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कोरोना से मौत के बाद मुआवजे पर रार, जेएमएम और बीजेपी एक दूसरे को ठहरा रहे जिम्मेदार

कोरोना से हुई मौत के बाद परिजनों को मुआवजे को लेकर राज्य में राजनीति गर्म हो गई है. जहां बीजेपी ने UPA शासित राज्यों को अपने-अपने राज्यों में कोरोना से मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिलाने की चुनौती दी है तो JMM ने भी पलटवार किया है.

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Published : Jun 24, 2021, 1:59 PM IST

Updated : Jun 24, 2021, 6:51 PM IST

Politics heat up over corona death compensation in ranchi
POLITICS OVER COVID COMPENSATION: कोरोना मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने के नाम पर गरमायी राजनीति, पार्टियों के बीच चला वार पलटवार

रांची: कोरोना से हुई मौत के बाद परिजनों को मुआवजा देने को लेकर झारखंड में राजनीति गर्म हो गई है. बीजेपी (BJP) ने जहां UPA शासित राज्यों को अपने-अपने राज्यों में कोरोना से मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की चुनौती दी है. झारखंड बीजेपी ने कहा है कि झामुमो- कांग्रेस को केंद्र सरकार की निंदा करने की जगह खुद पहल करनी चाहिए. वहीं सत्तारूढ़ दलों ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर पलटवार किया है.

इसे भी पढ़ें- कोविड से मौत पर परिजनों को ₹4 लाख मुआवजा नहीं दे सकते : केंद्र

JMM का पलटवार

बीजेपी की चुनौती पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा कि जब जनता से हर तरह का टैक्स केंद्र सरकार के पास जाता है, तो जिम्मेदारी भी उनकी बनती है. बता दें कि बीजेपी नेताओं ने राज्य की JMM-कांग्रेस की सरकार पर कोविड के नाम पर सिर्फ राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार वैक्सीन से लेकर PSA प्लांट, दवा, वेंटिलेटर तक राज्य सरकारों को उपलब्ध करा रही है. ऐसे में उनका भी फर्ज बनता है कि अपने स्तर से वो भी कुछ करें.

देखें पूरी खबर



कांग्रेस ने क्या कहा
झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि जीएसटी, पेट्रोल डीजल पर लगने वाले टैक्स, पीएम केयर का पैसा केंद्र रखता है तो मुआवजे की राशि कौन वहन करेगा. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि 15 लाख रुपये हर भारतीय को देने की बात करने वाली बीजेपी अब मृतकों को 4 लाख देने से इंकार कर रही है. ये बीजेपी के चाल चरित्र और चेहरे में अंतर बताता है. JMM के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि केंद्र की सरकार अगर कोविड से हुई मौत पर 04-04 लाख मुआवजा नहीं दे सकती, तो पीएम केयर फंड और अन्य में जितनी राशि है उसका ही हिसाब देश की जनता को दे दे.

इसे भी पढे़ं: झारखंड में 1 जुलाई तक बढ़ा स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह, रविवार को रहेगा संपूर्ण लॉकडाउन

क्या है मामला

कोरोना से मरने वाले के परिवारों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह राशि दिए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया गया था. हलफनामे पर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल किया था. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा, कि कोरोना की वजह से जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देना संभव नहीं है, क्योंकि आपदा प्रबंधन कानून में केवल भूकंप, बाढ़ आदि प्रकृतिक आपदाओं में ही मुआवजे का प्रावधान है. केंद्र सरकार ने यह भी कहा है, कि अगर एक बीमारी से होने वाली मौत पर मुआवजे दी जाएगी और दूसरी बीमारी से मरने वालों को मुआवजा नहीं मिलेगा, तो यह गलत होगा.

झारखंड में कोरोना के आंकड़े

झारखंड में कोरोना के कुल मामले 3,44,914 हैं, जिसमें 3,38,446 लोगों ने कोरोना को मात दे दी है. अभी राज्य में केवल 1,364 एक्टिव केस हैं. वहीं राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 5,104 है.

रांची: कोरोना से हुई मौत के बाद परिजनों को मुआवजा देने को लेकर झारखंड में राजनीति गर्म हो गई है. बीजेपी (BJP) ने जहां UPA शासित राज्यों को अपने-अपने राज्यों में कोरोना से मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की चुनौती दी है. झारखंड बीजेपी ने कहा है कि झामुमो- कांग्रेस को केंद्र सरकार की निंदा करने की जगह खुद पहल करनी चाहिए. वहीं सत्तारूढ़ दलों ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर पलटवार किया है.

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JMM का पलटवार

बीजेपी की चुनौती पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा कि जब जनता से हर तरह का टैक्स केंद्र सरकार के पास जाता है, तो जिम्मेदारी भी उनकी बनती है. बता दें कि बीजेपी नेताओं ने राज्य की JMM-कांग्रेस की सरकार पर कोविड के नाम पर सिर्फ राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार वैक्सीन से लेकर PSA प्लांट, दवा, वेंटिलेटर तक राज्य सरकारों को उपलब्ध करा रही है. ऐसे में उनका भी फर्ज बनता है कि अपने स्तर से वो भी कुछ करें.

देखें पूरी खबर



कांग्रेस ने क्या कहा
झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि जीएसटी, पेट्रोल डीजल पर लगने वाले टैक्स, पीएम केयर का पैसा केंद्र रखता है तो मुआवजे की राशि कौन वहन करेगा. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि 15 लाख रुपये हर भारतीय को देने की बात करने वाली बीजेपी अब मृतकों को 4 लाख देने से इंकार कर रही है. ये बीजेपी के चाल चरित्र और चेहरे में अंतर बताता है. JMM के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि केंद्र की सरकार अगर कोविड से हुई मौत पर 04-04 लाख मुआवजा नहीं दे सकती, तो पीएम केयर फंड और अन्य में जितनी राशि है उसका ही हिसाब देश की जनता को दे दे.

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क्या है मामला

कोरोना से मरने वाले के परिवारों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह राशि दिए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया गया था. हलफनामे पर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल किया था. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा, कि कोरोना की वजह से जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देना संभव नहीं है, क्योंकि आपदा प्रबंधन कानून में केवल भूकंप, बाढ़ आदि प्रकृतिक आपदाओं में ही मुआवजे का प्रावधान है. केंद्र सरकार ने यह भी कहा है, कि अगर एक बीमारी से होने वाली मौत पर मुआवजे दी जाएगी और दूसरी बीमारी से मरने वालों को मुआवजा नहीं मिलेगा, तो यह गलत होगा.

झारखंड में कोरोना के आंकड़े

झारखंड में कोरोना के कुल मामले 3,44,914 हैं, जिसमें 3,38,446 लोगों ने कोरोना को मात दे दी है. अभी राज्य में केवल 1,364 एक्टिव केस हैं. वहीं राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 5,104 है.

Last Updated : Jun 24, 2021, 6:51 PM IST
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