रांचीः कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए वर्तमान में राजनीतिक से ऊपर उठकर एकजुट होकर इस महामारी से मुकाबला करने की जरूरत है. इसको लेकर देश के प्रधानमंत्री ने भी राज्यों के मुख्यमंत्री से आह्वान किया है. ऐसे में सर्वदलीय बैठक कर गंभीरता से इस महामारी से निपटने के लिए चर्चा करने की जरूरत है. लेकिन बिगड़ते हालात के बावजूद झारखंड में सर्वदलीय बैठक को लेकर कोई पहल नहीं की गई है. हालांकि सत्ताधारी दल कांग्रेस ने उम्मीद जाहिर की है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गंभीर है और उनकी ओर से सर्वदलीय बैठक बुलाई जा सकती है.
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महामारी से निजात दिलाने के लिए सरकार गंभीर
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. राजेश गुप्ता छोटू ने बढ़ते कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सर्वदलीय बैठक को लेकर कहा कि गठबंधन सरकार राज्य की जनता की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रही है. पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण काल में भी इस महामारी से निजात दिलाने के लिए सरकार गंभीर रही थी. एक बार फिर कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को ध्यान में रखते हुए सरकार गंभीर है. इसी के तहत कोविड-19 संक्रमण के बचाव के लिए सरकार की ओर से सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की हमेशा यह मनसा रही है कि किसी भी विपत्ति की घड़ी में राजनीति से ऊपर उठकर राज धर्म को निभाते हुए जनता की भलाई के लिए सारे लोगों को मिलकर काम करना चाहिए. ऐसे में उन्होंने उम्मीद जताई है कि वर्तमान परिस्थिति को लेकर मुख्यमंत्री सर्वदलीय बैठक बुला सकते हैं.
कोरोना संक्रमण की गंभीरता से परे चुनावी घमासान
राज्य में जल्द ही मधुपुर विधानसभा उपचुनाव होना है. ऐसे में कहीं ना कहीं सत्ताधारी दल विशेष रुप से चुनाव की जीत के लिए जोर आजमाइश कर रहा है. जिसमें विपक्ष भी पीछे नहीं दिख रही है. विपक्ष भी कोरोना संक्रमण की गंभीरता से परे चुनावी घमासान में उतरी हुई है. ऐसे में जहां पिछले वर्ष विपक्ष की ओर से संक्रमण से बचाव और राहत के लिए आवाज बुलंद किए जाते थे. वह वर्तमान में नहीं दिख रहा है. शायद यही वजह है कि जहां सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक के लिए पहल नहीं की गई है. वहीं प्रधानमंत्री के आह्वान के बावजूद राज्य की विपक्षी दल भाजपा की ओर से भी इसके लिए आवाज नहीं उठाई गई है.