रांचीः मासूम शौर्य के हत्यारे को स्पीडी ट्रायल के तहत रांची पुलिस सजा दिलाएगी. रांची एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि शौर्य के अपहरण और फिर उसकी हत्या के आरोपी संजीव पांडा ने एक जघन्य कांड को अंजाम दिया है. इस केस को स्पीडी ट्रायल में ले जाया जाएगा, ताकि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके.
ये भी पढ़ेंः Shaurya Murder Case: शौर्य के अपहरण और हत्या की इनसाइड स्टोरी, कर्ज में डूबे एक हैवान की साजिश का शिकार हुआ मासूम
हर साक्ष्य को किया जा रहा है मजबूतः मासूम शौर्य के अपहरण और फिर हत्या की साजिश रचने के लिए संजीव पांडा उर्फ संजू ने एक गहरी साजिश रची थी. लेकिन कहते हैं न अपराधी चाहे कितना ही शातिर और चालाक दिमाग का क्यों न हो वो कोई न कोई सुराग जरूर छोड़ जाता है. संजीव पांडा के द्वारा कई ऐसे साक्ष्य छोड़े गए हैं जो उसे सजा दिलाने के लिए काफी हैं. अपहरण से लेकर शौर्य की हत्या और फिर संजू पांडा की गिरफ्तारी तक हर साक्ष्य पुलिस के द्वारा जमा किया गया, जिसे अदालत में पेश किया जाएगा.
एक दर्जन जगहों के सीसीटीवी फुटेज जुटाया गयाः मासूम शौर्य के हत्यारे संजू पांडा ने अपहरण कांड को अंजाम देने के लिए सेलो टेप, रस्सा, बैंडेज अलग-अलग दुकानों से खरीदा था. सबसे बड़ी बात है कि हर दुकान में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे. संजू जब वहां खरीदारी कर रहा था उस दिन उसकी तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. पुलिस ने वो सभी सीसीटीवी जब्त कर लिए हैं.
नंबर प्लेट बदलने और कार किराये पर लेते हुए तस्वीर भी मिली पुलिस कोः संजू ने शौर्य के अपहरण के लिए सेल्फ ड्राइव व्हीकल हायर किया था. कार लेने के लिए उसने अपना ऑरिजनल आधार कार्ड जमा किया था. ट्रेवल एजेंसी के दफ्तर से भी जो सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, उसमें भी हत्यारा संजू देखा गया है. एजेंसी के दफ्तर से पुलिस ने सीसीटीवी और संजू का आधार कार्ड दोनों ही जब्त किया है. वहीं उसी जगह से संजू की बाइक भी पुलिस को मिली है. नंबर प्लेट बदलते समय और फर्जी नंबर प्लेट लगाते हुए भी सीसीटीवी फुटेज पुलिस के हाथ लगे हैं.
एमबीए की पढ़ाई कर चुका है संजूः मासूम शौर्य का हत्यारा संजू पांडा सिम्बोसिस से एमबीए की पढ़ाई कर चुका था. वह बेंगलुरु में नौकरी करता था, लेकिन कोविड में उसकी नौकरी चली गई. उसके बाद वह रांची में आकर रहने लगा था.