रांची: राजधानी में पुलिस ने बिरसा चौक से जब्त किए गए नगद और पासपोर्ट के मामले में बुधवार को क्लब रोड के सिटी रोड स्थित गोल्डन इंटरप्राइजेज में छापेमारी की. इस दौरान प्लेसमेंट एजेंसी के कार्यालय से 35 पासपोर्ट एजेंसी के प्रमाण पत्र, कम्प्यूटर, लैपटॉप सहित कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं. पुलिस जब छापेमारी के लिए पहुंची तब कार्यालय में ताला लटका था. इस वजह से पुलिस ने मौके पर मजिस्ट्रेट की नियुक्त कराई. इसके बाद कार्यालय का ताला तोड़कर सारे दस्तावेज और सामान जब्त किये.
सरगना गिरफ्त से बाहर
इस धंधे का सरगना राजेश सिंह उर्फ शैलेश सिंह अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस ने उसकी तलाश में कई ठिकानों पर छापेमारी की. लेकिन उसका कोई अता पता नहीं चल पाया है. पुलिस को इस मामले में कबूतरबाजी का अंदेशा है. पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि गोल्डन इंटरप्राइजेज के माध्यम से राजेश सिंह और शैलेश सिंह की ओर से विदेशों में नौकरी भेजे जाने का धंधा वैध है या नहीं, इस मामले से संबंधित रिपोर्ट पासपोर्ट कार्यालय और इनकम टैक्स विभाग से मांगी गई है. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की है, जबकि पुलिस को बीते सोमवार को 10.22 लाख रुपये नकद और 1325 पासपोर्ट मिले हैं.
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जांच में नहीं मिले हैं फर्जी पासपोर्ट
जांच में प्रारंभिक तौर पर यह सामने आया है कि विदेशों में नौकरी लगाने के नाम पर राजेश सिंह उर्फ शैलेश सिंह लोगों से पासपोर्ट लेकर अपने पास रखा था. जिनका भी पासपोर्ट रखा है उन्हें गल्फ देशों में नौकरी दिलाने के लिए राजेश सिंह को दिया था. संबंधित लोगों ने पैसे भी जमा कराए थे, किसी ने दो लाख, किसी ने पांच लाख, इसी तरह अलग-अलग रकम लेकर लोगों को नौकरी लगाने का दावा करते हुए राजेश सिंह ने पासपोर्ट और नकद पैसे जमा कराए थे. इन्हें जमा रकम और पासपोर्ट को जमशेदपुर भेजने के दौरान बिरसा चौक से पकड़ा गया, जांच में पासपोर्ट फर्जी नहीं मिला है.