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Ranchi Crime News: पटना के बेउर जेल में है कांके गोलीकांड का आरोपी चितरंजन, पुलिस कर रही रिमांड पर लाने की तैयारी, शूटरों का सुराग नहीं - रांची न्यूज

रांची के कांके गोलीकांड में पुलिस को अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार कोशिश की जा रही है, लेकिन घटना को अंजाम देने वाले सभी शिकंजे से बाहर हैं.

police officer investigating
जांच करते पुलिस अधिकारी
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 19, 2023, 12:37 PM IST

रांचीः राजधानी रांची के कांके ब्लॉक चौक के पास हुई गोलीबारी मामले में रांची पुलिस को भारी फजीहत झेलनी पड़ रही है. एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी दिनदहाड़े हुई इस गोलीबारी कांड का कोई भी आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लगा है. पुलिस अभी तक इस मामले में अंधेरे में ही तीर मार रही है. जबकि गोलीबारी का मास्टरमाइंड चितरंजन पूर्व से ही पटना के बेउर जेल में बंद है. रांची पुलिस अब चितरंजन को रिमांड पर लेने की तैयारी में है.

ये भी पढ़ेंः Firing in Ranchi: रांची में दिनदहाड़े गोलीबारी, कांके ब्लॉक के पास जमीन कारोबारी को अपराधियों ने मारी 7 गोलियां

पुलिस अंधेरे में पीट रही लाठीः 14 सितंबर को रांची के जमीन कारोबारी अवधेश यादव को दिनदहाड़े अपराधियों ने 6 गोलियां मार कर बुरी तरह से जख्मी कर दिया था. इस गोलीबारी में कई बड़े भूमाफियाओं के नाम सामने आए, लेकिन रांची पुलिस इस मामले में पूरी तरह से फेल हो चुकी है. एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी ना तो मामले में शामिल शूटर गिरफ्तार हुए हैं और न ही साजिशकर्ता. कांड के मुख्य साजिशकर्ता के नाम के तौर पर जमीन माफिया चितरंजन का नाम सामने आया है लेकिन चितरंजन ने चालाकी दिखाते हुए शराब कांड में अपने आप को पटना में गिरफ्तार करवा लिया ताकि केस कमजोर हो जाय.

शातिर निकला चितरंजनः रांची के कांके ब्लॉक ऑफिस के समीप हुई गोलीबारी मामले में पुलिस की जांच में नए तथ्य सामने आए हैं. इस घटना के मुख्य आरोपी जिस भू माफिया चितरंजन सिंह को पुलिस रांची में तलाश कर रही है, दरअसल वह पटना के बेउर जेल में पिछले 19 दिनों से बंद है. पुलिस को पता चला है कि आरोपी चितरंजन ने पूरी प्लानिंग के साथ ही गोलीबारी की घटना को अंजाम दिलवाया है. इसके लिए आरोपी ने पहले खुद को पुलिस से पकड़वाया. फिर जेल से जमीन कारोबारी अवधेश यादव को मारने की पूरी साजिश रची.

बताया जा रहा है कि आरोपी चितरंजन को पटना गांधी मैदान थाने की पुलिस ने 31 अगस्त को ही कारगिल चौक के पास से शराब की बोतल के साथ गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने उसे एक सितंबर को बेउर जेल भेज दिया था. जेल जाने के बाद आरोपी ने अवधेश यादव को मरवाने की पूरी प्लानिंग की. अवधेश यादव के परिजनों का आरोप है कि चितरंजन ने जेल से ही हत्या की साजिश रची. इसके लिए उसने अपने करीबी पंकज का इस्तेमाल किया. पकंज के मोबाइल के जरिए शूटरों से बातचीत की, इसी बीच आरोपी ने अवधेश को यह मैसेज भेजवाया कि वह विवाद खत्म करना चाहता है, मीटिंग करने के लिए आरोपी ने ही अवधेश को 14 सितंबर को ब्लॉक ऑफिस के पास बुलाया था. जिसके बाद शूटरों के माध्यम से गोलीबारी की घटना को अंजाम दिलवाया गया.

रांची पुलिस पहुंची पटना, लिया डिटेलः रांची पुलिस की एक टीम पटना के गांधी मैदान थाना गई है. पुलिस की टीम ने थाना प्रभारी से संपर्क कर चितरंजन के बारे में पूरी जानकारी हासिल की. अब पुलिस उसे रिमांड पर रांची लाने की तैयारी कर रही है. इसके लिए पुलिस की ओर से कोर्ट में आवेदन दिया गया. पुलिस अफसरों का दावा है कि जल्द ही चितरंजन को रांची लाकर उससे पूछताछ की जाएगी.

एसएसपी को जानकारी नहींः इस मामले को लेकर जब रांची पुलिस के अफसर से बात करने की कोशिश की गई तो रांची के ग्रामीण एसपी ने फोन नहीं उठाया. वहीं एसएसपी चंदन सिन्हा ने बताया कि वे केस के आईओ से बात कर पूरे मामले की जानकारी देंगे.

रांचीः राजधानी रांची के कांके ब्लॉक चौक के पास हुई गोलीबारी मामले में रांची पुलिस को भारी फजीहत झेलनी पड़ रही है. एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी दिनदहाड़े हुई इस गोलीबारी कांड का कोई भी आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लगा है. पुलिस अभी तक इस मामले में अंधेरे में ही तीर मार रही है. जबकि गोलीबारी का मास्टरमाइंड चितरंजन पूर्व से ही पटना के बेउर जेल में बंद है. रांची पुलिस अब चितरंजन को रिमांड पर लेने की तैयारी में है.

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पुलिस अंधेरे में पीट रही लाठीः 14 सितंबर को रांची के जमीन कारोबारी अवधेश यादव को दिनदहाड़े अपराधियों ने 6 गोलियां मार कर बुरी तरह से जख्मी कर दिया था. इस गोलीबारी में कई बड़े भूमाफियाओं के नाम सामने आए, लेकिन रांची पुलिस इस मामले में पूरी तरह से फेल हो चुकी है. एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी ना तो मामले में शामिल शूटर गिरफ्तार हुए हैं और न ही साजिशकर्ता. कांड के मुख्य साजिशकर्ता के नाम के तौर पर जमीन माफिया चितरंजन का नाम सामने आया है लेकिन चितरंजन ने चालाकी दिखाते हुए शराब कांड में अपने आप को पटना में गिरफ्तार करवा लिया ताकि केस कमजोर हो जाय.

शातिर निकला चितरंजनः रांची के कांके ब्लॉक ऑफिस के समीप हुई गोलीबारी मामले में पुलिस की जांच में नए तथ्य सामने आए हैं. इस घटना के मुख्य आरोपी जिस भू माफिया चितरंजन सिंह को पुलिस रांची में तलाश कर रही है, दरअसल वह पटना के बेउर जेल में पिछले 19 दिनों से बंद है. पुलिस को पता चला है कि आरोपी चितरंजन ने पूरी प्लानिंग के साथ ही गोलीबारी की घटना को अंजाम दिलवाया है. इसके लिए आरोपी ने पहले खुद को पुलिस से पकड़वाया. फिर जेल से जमीन कारोबारी अवधेश यादव को मारने की पूरी साजिश रची.

बताया जा रहा है कि आरोपी चितरंजन को पटना गांधी मैदान थाने की पुलिस ने 31 अगस्त को ही कारगिल चौक के पास से शराब की बोतल के साथ गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने उसे एक सितंबर को बेउर जेल भेज दिया था. जेल जाने के बाद आरोपी ने अवधेश यादव को मरवाने की पूरी प्लानिंग की. अवधेश यादव के परिजनों का आरोप है कि चितरंजन ने जेल से ही हत्या की साजिश रची. इसके लिए उसने अपने करीबी पंकज का इस्तेमाल किया. पकंज के मोबाइल के जरिए शूटरों से बातचीत की, इसी बीच आरोपी ने अवधेश को यह मैसेज भेजवाया कि वह विवाद खत्म करना चाहता है, मीटिंग करने के लिए आरोपी ने ही अवधेश को 14 सितंबर को ब्लॉक ऑफिस के पास बुलाया था. जिसके बाद शूटरों के माध्यम से गोलीबारी की घटना को अंजाम दिलवाया गया.

रांची पुलिस पहुंची पटना, लिया डिटेलः रांची पुलिस की एक टीम पटना के गांधी मैदान थाना गई है. पुलिस की टीम ने थाना प्रभारी से संपर्क कर चितरंजन के बारे में पूरी जानकारी हासिल की. अब पुलिस उसे रिमांड पर रांची लाने की तैयारी कर रही है. इसके लिए पुलिस की ओर से कोर्ट में आवेदन दिया गया. पुलिस अफसरों का दावा है कि जल्द ही चितरंजन को रांची लाकर उससे पूछताछ की जाएगी.

एसएसपी को जानकारी नहींः इस मामले को लेकर जब रांची पुलिस के अफसर से बात करने की कोशिश की गई तो रांची के ग्रामीण एसपी ने फोन नहीं उठाया. वहीं एसएसपी चंदन सिन्हा ने बताया कि वे केस के आईओ से बात कर पूरे मामले की जानकारी देंगे.

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