रांची: शहर के सुखदेवनगर इलाके के यमुनानगर इलाके से 12 वर्षीय छात्र चंदन कुमार के अपहरण मामले में पुलिस को चकमा देकर फरार हुए आरोपी को पुलिस ने फिर से गिरफ्तार कर लिया. किराएदार दंपति विवेक और संगीता मुगलसराय से दबोचा गया.
![Police arrested kidnapping accused in ranchi](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/5505318_ss.jpg)
दोनों को बीते 23 दिसंबर को पुलिस गिरफ्तार कर ट्रेन से ला रही थी, इसी दौरान पुलिस को चकमा देकर दोनों भाग निकले थे. तीन दिनों के भीतर पुलिस ने दोबारा उसे दबोच लिया है. उन्हें पकड़ने के लिए रांची से दो अफसर, एक महिला सहित तीन सिपाही को स्कॉर्पियो से भेजा गया था. मुगलसराय के ही एक गांव से दोनों दंपति को दबोचा लिया गया. वहां रहने के लिए वे एक कमरा भी ले चुके थे. पुलिस गुरुवार की दोपहर उन्हें लेकर रांची पहुंची. इसके बाद पूछताछ की गई. पूछताछ में दोनों ने अपहरण की बात से इनकार किया है. कहा कि बच्चे को साथ रखने के लिए ले गए थे. भागने के बारे में पूछे जाने पर बताया कि वे पुलिस की डर से भागे थे. पुलिस अब दोनों को शुक्रवार को जेल भेजेगी.
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पिता बोले विश्वास में लेकर अगवा किया, तब मांगी फिरौती
अपहृत चंदन के पिता लाल बाबू साव के अनुसार बच्चे को विश्वास में लेकर अगवा किया गया. इसके बाद पैसे ऐंठने के लिए दस लाख की फिरौती लेने की योजना बनाई थी. फोन पर बातचीत करते हुए दो लाख में पहुंचे थे. बीते18 दिसंबर को अपहर्ता विवेक ने लाल बाबू साव को कॉल किया था. कॉल कर फिरौती की रकम मांगी थी. उसने कहा था कि आपका बच्चा मेरे पास है, यह कहकर फोन काट दिया. दोबारा कॉल करने पर उसका नंबर बंद मिल रहा था. बता दें कि बीते 15 दिसंबर को उनके घर में किराए पर रह रहे दंपति लेकर निकले थे. इसके बाद दंपति ही बच्चे को अगवा कर ले गए. उन्होंने खुद को छत्तीसगढ़ के जशपुर का रहने वाला बताया था.
बच्चा बोला था घूम रहा था अंकल-अंटी के साथ
हालांकि पुलिस का कहना है कि बरामदगी के बाद बच्चे ने बयान दिया है कि उसका अपहरण नहीं हुआ था. उसे पता तक नहीं था कि वह अपहृत है. पुलिस से कहा था कि वह अंकल-अंटी के साथ घूम रहा है, लेकिन पुलिस बच्चे के साथ किराएदार दंपति विवेक कुमार और संगीता को लेकर जब रांची लौट रही थी. इस दौरान पुलिसकर्मी ट्रेन में सो गए थे. सोने के दौरान मुगलसराय रेलवे स्टेशन में ही दंपति उतर कर भाग निकले थे.