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12 सितंबर को लांच होगी किसान मानधन योजना, प्रधानमंत्री मोदी रांची से करेंगे शुभारंभ

प्रधानमंत्री मोदी किसान मानधन योजना की शुरूआत 12 सितंबर को रांची से करेंगे. इस योजना के तहत किसानों को 60 साल के बाद पेंशन के रूप में प्रतिमाह 3,000 रुपये दिए जाएंगे. इस योजना के तहत राज्य के 1 लाख किसान लाभांवित होंगे.

डॉ सुनील कुमार वर्णवाल और पूजा सिंघल
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Published : Sep 9, 2019, 11:04 PM IST

रांची: प्रधानमंत्री मोदी किसान मानधन योजना का शुभारंभ 12 सितंबर को करेंगे. झारखंड से इस योजना की शुरुआत की जा रही है, जिसके तहत 18 से 40 साल उम्र तक के किसान 200 रुपए प्रतिमाह पेंशन निधि योजना में अंशदान देंगे. जिसके बदले में सरकार उन्हें 60 साल की उम्र पूरी करने के बाद 3000 रुपए प्रतिमाह पेंशन देगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 सितंबर को रांची से किसान मानधन योजना का ऑनलाइन शुभारंभ करने वाले हैं. पहले चरण में इस योजना के तहत राज्य के 1 लाख किसानों को लाभ मिलेगा. मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल और कृषि सचिव पूजा सिंघल ने सोमवार को सूचना भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बताया कि राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा योजना से जुड़ी जानकारी ली जा रही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड से करेंगे औपचारिक शुरुआत

डॉ सुनील कुमार वर्णवाल ने सूचना भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राज्य के सभी उपायुक्तों को कहा कि प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के लक्ष्य को प्रतिबद्धता के साथ पूरा करना हमारा लक्ष्य है. इसके लिए पंचायतों में लगातार शिविर लगाने और किसानों को आनलाइन सूचीबद्ध करने को कहा है, ताकि इस योजना का लाभ किसानों को सही तरीके से मिल पाए. उन्होंने कहा कि 12 सितंबर को प्रधानमंत्री द्वारा किसान मानधन योजना के शुभारंभ के बाद भी इस योजना से किसानों को जोड़ने का काम जारी रहेगा.

इस योजना का प्रचार-प्रसार के लिए भी किया जाएगा, जिससे दूर-दराज के किसानों को भी इस योजना की जानकारी हो सके और वे इसका लाभ लेने के लिए आगे आ सकें. इससे पंचायतस्तरीय संस्थानों को भी मजबूत करने में मदद मिलेगी. उन्होंने उपायुक्तों को स्पष्ट निर्देश दिया कि किसानों का डेटा इंट्री का काम किसी भी कीमत पर जिलास्तर पर केंद्रीकृत नहीं होना चाहिए. यह पंचायत के स्तर पर किया जाए, जिससे आम किसान को योजना से जुड़ने में आसानी हो.

ये भी पढ़ें:- कोयलांचल में करम महोत्सव की धूम, झारखंडी नृत्य ने लोगों का मोहा मन

लॉन्च से पहले एक लाख किसानों को जोड़ने का लक्ष्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रांची में किसान मानधन योजना के शुभारंभ के मौके पर हर जिले से किसानों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उपायुक्तों को कहा गया है. जो किसान इस कार्यक्रम में शामिल होंगे, उन्हें बाकायदा पहचान पत्र उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि उनको रांची आगमन पर उनके लिए बेहतर व्यवस्था किया जा सके. किसान मानधन योजना किसानों की सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजना है. इस योजना के तहत राज्य के 1 लाख किसानों को जोड़ा जाना है, जिसमें अभी तक 65 हजार किसानों की एंट्री हो चुकी है. जिसको लेकर पूरे देश में झारखंड का स्थान छठे नंबर पर है.

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कौन ले सकते हैं लाभ?

किसानों के जीवन में सामाजिक सुरक्षा कवच उपलब्ध कराने और वृद्धावस्था में उन्हें आजीविका के साधन उपलब्ध कराने के लिए सुनिश्चित मासिक पेंशन के रूप में प्रधानमंत्री "किसान मानधन योजना लागू की जा रही है. योजना के तहत किसानों को उम्र के आधार पर 55 रुपए से 200 रुपए प्रतिमाह के बीच पेंशन निधि में अंशदान जमा करना अनिवार्य होगा.18 से 40 साल उम्र के किसानों का ही इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन हो सकेगा. किसानों को 60 साल की उम्र पूरी होने के बाद 3000 रुपए मासिक पेंशन मिलेगी. 60 साल की आयु पूरी होने से पहले अगर किसान की मृत्यु होती है तो आश्रित पति या पत्नी को पारिवारिक पेंशन के रूप में 50% यानी 1500 रुपए की मासिक पेंशन मिलेगी.

रांची: प्रधानमंत्री मोदी किसान मानधन योजना का शुभारंभ 12 सितंबर को करेंगे. झारखंड से इस योजना की शुरुआत की जा रही है, जिसके तहत 18 से 40 साल उम्र तक के किसान 200 रुपए प्रतिमाह पेंशन निधि योजना में अंशदान देंगे. जिसके बदले में सरकार उन्हें 60 साल की उम्र पूरी करने के बाद 3000 रुपए प्रतिमाह पेंशन देगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 सितंबर को रांची से किसान मानधन योजना का ऑनलाइन शुभारंभ करने वाले हैं. पहले चरण में इस योजना के तहत राज्य के 1 लाख किसानों को लाभ मिलेगा. मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल और कृषि सचिव पूजा सिंघल ने सोमवार को सूचना भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बताया कि राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा योजना से जुड़ी जानकारी ली जा रही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड से करेंगे औपचारिक शुरुआत

डॉ सुनील कुमार वर्णवाल ने सूचना भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राज्य के सभी उपायुक्तों को कहा कि प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के लक्ष्य को प्रतिबद्धता के साथ पूरा करना हमारा लक्ष्य है. इसके लिए पंचायतों में लगातार शिविर लगाने और किसानों को आनलाइन सूचीबद्ध करने को कहा है, ताकि इस योजना का लाभ किसानों को सही तरीके से मिल पाए. उन्होंने कहा कि 12 सितंबर को प्रधानमंत्री द्वारा किसान मानधन योजना के शुभारंभ के बाद भी इस योजना से किसानों को जोड़ने का काम जारी रहेगा.

इस योजना का प्रचार-प्रसार के लिए भी किया जाएगा, जिससे दूर-दराज के किसानों को भी इस योजना की जानकारी हो सके और वे इसका लाभ लेने के लिए आगे आ सकें. इससे पंचायतस्तरीय संस्थानों को भी मजबूत करने में मदद मिलेगी. उन्होंने उपायुक्तों को स्पष्ट निर्देश दिया कि किसानों का डेटा इंट्री का काम किसी भी कीमत पर जिलास्तर पर केंद्रीकृत नहीं होना चाहिए. यह पंचायत के स्तर पर किया जाए, जिससे आम किसान को योजना से जुड़ने में आसानी हो.

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लॉन्च से पहले एक लाख किसानों को जोड़ने का लक्ष्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रांची में किसान मानधन योजना के शुभारंभ के मौके पर हर जिले से किसानों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उपायुक्तों को कहा गया है. जो किसान इस कार्यक्रम में शामिल होंगे, उन्हें बाकायदा पहचान पत्र उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि उनको रांची आगमन पर उनके लिए बेहतर व्यवस्था किया जा सके. किसान मानधन योजना किसानों की सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजना है. इस योजना के तहत राज्य के 1 लाख किसानों को जोड़ा जाना है, जिसमें अभी तक 65 हजार किसानों की एंट्री हो चुकी है. जिसको लेकर पूरे देश में झारखंड का स्थान छठे नंबर पर है.

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कौन ले सकते हैं लाभ?

किसानों के जीवन में सामाजिक सुरक्षा कवच उपलब्ध कराने और वृद्धावस्था में उन्हें आजीविका के साधन उपलब्ध कराने के लिए सुनिश्चित मासिक पेंशन के रूप में प्रधानमंत्री "किसान मानधन योजना लागू की जा रही है. योजना के तहत किसानों को उम्र के आधार पर 55 रुपए से 200 रुपए प्रतिमाह के बीच पेंशन निधि में अंशदान जमा करना अनिवार्य होगा.18 से 40 साल उम्र के किसानों का ही इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन हो सकेगा. किसानों को 60 साल की उम्र पूरी होने के बाद 3000 रुपए मासिक पेंशन मिलेगी. 60 साल की आयु पूरी होने से पहले अगर किसान की मृत्यु होती है तो आश्रित पति या पत्नी को पारिवारिक पेंशन के रूप में 50% यानी 1500 रुपए की मासिक पेंशन मिलेगी.

Intro:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रांची से करेंगे ऑनलाइन मानधन योजना का शुभारंभ, 1 लाख किसानों को मिलेगा इसका लाभ

रांची

प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना का शुभारंभ 12 सितंबर को पीएम रांची से करेंगे। इसके तहत 18 साल से 40 साल तक के किसान ₹200 प्रतिमाह पेंशन निधि में अंशदान देंगे। फिर 60 साल की उम्र में उन्हें ₹3000 हर महीना पेंशन मिलेगा।

किसानों की सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजना है। झारखंड में 1लाख किसानों को जोड़ा जाना है अब तक 65000 की एंट्री हो चुकी है इस मामले में देश में झारखंड छठे स्थान पर है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 सितंबर को रांची से किसान मानधन योजना का ऑनलाइन शुभारंभ करेंगे. पहले चरण में राज्य के एक लाख किसानों को इस योजना का लाभ पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित है. मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल और कृषि सचिव श्रीमती पूजा सिंघल ने आज सूचना भवन में सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस योजना के प्रगति की जानकारी ली.

डॉ सुनील कुमार वर्णवाल ने सभी जिला के उपायुक्तों को कहा कि प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के लक्ष्य को प्रतिबद्धता के साथ पूरा करें. इसके लिए पंचायतों में लगातार शिविर लगाएं जाएं और किसानों को आनलाइन सूचीबद्ध करें, ताकि उन्हें इस योजना का लाभ उन्हें मिल सके. 12 सितंबर को प्रधानमंत्री द्वारा किसान मानधन योजना के शुभारंभ के बाद भी इस योजना से किसानों को जोड़ने का काम जारी रखना है. उन्होंने उपायुक्तों को कहा कि वे इसके लिए लगातार शिविर का आयोजन पंचायतों में कराना सुनिश्चित करें. इस योजना का प्रचार-प्रसार व्यापक तरीके से कराया जाए, ताकि दूर-दराज के किसानों को भी इस योजना की जानकारी हो और वे इसका लाभ लेने के लिए आगे आएं. इससे पंचायतों और पंचायतस्तरीय संस्थानों को भी मजबूत करने में मदद मिलेगी. उन्होंने उपायुक्तों को स्पष्ट निर्देश दिया कि किसानों का डेटा इंट्री का काम किसी भी कीमत पर जिलास्तर पर केंद्रीकृत नहीं होना चाहिए. यह पंचायत के स्तर पर किया जाना है.


Body:कृषि सचिव ने सभी उपायुक्तों से कहा कि 12 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा रांची में प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के शुभारंभ के मौके पर हर जिले से किसानों की भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए. जो किसान इस कार्यक्रम में शामिल होंगे, उन्हें बाकायदा पहचान पत्र उपलब्ध कराया जाए, ताकि उनके रांची आगमन पर उनके लिए बेहतर व्यवस्था की जा सके और उन्हें भी किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो.

कृषि सचिव ने बताया कि किसान मानधन योजना को लेकर लाभुक किसानों की डेटा एंट्री के मामले में झारखंड का काफी बेहतरीन रिस्पांस मिल रहा है. यहां 65 हजार किसानों का डेटा एंट्री हो चुका है और इस मामले में वह देश में छठे स्थान पर है. उन्होंने उपायुक्तों को कहा कि वे थोड़ा प्रयास औऱ करें ताकि इस योजना के लिए मिले एक लाख किसानों को लाभ देने का लक्ष्य हासिल कर सकें.


किसानों के जीवन में सामाजिक सुरक्षा कवच उपलब्ध कराने और वृद्धावस्था में उन्हें आजीविका के साधन उपलब्ध कराने के लिए सुनिश्चित मासिक पेंशन के रूप में प्रधानमंत्री "किसान मानधन योजना लागू की जा रही है. योजना के तहत किसानों को उम्र के आधार पर 55 से ₹200 प्रति माह के बीच पेंशन निधि में अंशदान जमा करना अनिवार्य होगा.18 से 40 वर्ष के उम्र के किसानों का ही रजिस्ट्रेशन हो सकेगा. किसानों को 60 साल की उम्र पूरी होने के बाद ₹3000 मासिक पेंशन मिलेगी. 60 वर्ष की आयु पूरी होने से पहले अगर किसान की मृत्यु होती है तो आश्रित पति या पत्नी को पारिवारिक पेंशन के रूप में 50% यानी ₹1500 की मासिक पेंशन मिलेगी
Conclusion:
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