रांची: प्रधानमंत्री मोदी किसान मानधन योजना का शुभारंभ 12 सितंबर को करेंगे. झारखंड से इस योजना की शुरुआत की जा रही है, जिसके तहत 18 से 40 साल उम्र तक के किसान 200 रुपए प्रतिमाह पेंशन निधि योजना में अंशदान देंगे. जिसके बदले में सरकार उन्हें 60 साल की उम्र पूरी करने के बाद 3000 रुपए प्रतिमाह पेंशन देगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 सितंबर को रांची से किसान मानधन योजना का ऑनलाइन शुभारंभ करने वाले हैं. पहले चरण में इस योजना के तहत राज्य के 1 लाख किसानों को लाभ मिलेगा. मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल और कृषि सचिव पूजा सिंघल ने सोमवार को सूचना भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बताया कि राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा योजना से जुड़ी जानकारी ली जा रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड से करेंगे औपचारिक शुरुआत
डॉ सुनील कुमार वर्णवाल ने सूचना भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राज्य के सभी उपायुक्तों को कहा कि प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के लक्ष्य को प्रतिबद्धता के साथ पूरा करना हमारा लक्ष्य है. इसके लिए पंचायतों में लगातार शिविर लगाने और किसानों को आनलाइन सूचीबद्ध करने को कहा है, ताकि इस योजना का लाभ किसानों को सही तरीके से मिल पाए. उन्होंने कहा कि 12 सितंबर को प्रधानमंत्री द्वारा किसान मानधन योजना के शुभारंभ के बाद भी इस योजना से किसानों को जोड़ने का काम जारी रहेगा.
इस योजना का प्रचार-प्रसार के लिए भी किया जाएगा, जिससे दूर-दराज के किसानों को भी इस योजना की जानकारी हो सके और वे इसका लाभ लेने के लिए आगे आ सकें. इससे पंचायतस्तरीय संस्थानों को भी मजबूत करने में मदद मिलेगी. उन्होंने उपायुक्तों को स्पष्ट निर्देश दिया कि किसानों का डेटा इंट्री का काम किसी भी कीमत पर जिलास्तर पर केंद्रीकृत नहीं होना चाहिए. यह पंचायत के स्तर पर किया जाए, जिससे आम किसान को योजना से जुड़ने में आसानी हो.
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लॉन्च से पहले एक लाख किसानों को जोड़ने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रांची में किसान मानधन योजना के शुभारंभ के मौके पर हर जिले से किसानों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उपायुक्तों को कहा गया है. जो किसान इस कार्यक्रम में शामिल होंगे, उन्हें बाकायदा पहचान पत्र उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि उनको रांची आगमन पर उनके लिए बेहतर व्यवस्था किया जा सके. किसान मानधन योजना किसानों की सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजना है. इस योजना के तहत राज्य के 1 लाख किसानों को जोड़ा जाना है, जिसमें अभी तक 65 हजार किसानों की एंट्री हो चुकी है. जिसको लेकर पूरे देश में झारखंड का स्थान छठे नंबर पर है.
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कौन ले सकते हैं लाभ?
किसानों के जीवन में सामाजिक सुरक्षा कवच उपलब्ध कराने और वृद्धावस्था में उन्हें आजीविका के साधन उपलब्ध कराने के लिए सुनिश्चित मासिक पेंशन के रूप में प्रधानमंत्री "किसान मानधन योजना लागू की जा रही है. योजना के तहत किसानों को उम्र के आधार पर 55 रुपए से 200 रुपए प्रतिमाह के बीच पेंशन निधि में अंशदान जमा करना अनिवार्य होगा.18 से 40 साल उम्र के किसानों का ही इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन हो सकेगा. किसानों को 60 साल की उम्र पूरी होने के बाद 3000 रुपए मासिक पेंशन मिलेगी. 60 साल की आयु पूरी होने से पहले अगर किसान की मृत्यु होती है तो आश्रित पति या पत्नी को पारिवारिक पेंशन के रूप में 50% यानी 1500 रुपए की मासिक पेंशन मिलेगी.