रांची: बढ़ती गर्मी और चिलचिलाती धूप में लोगों को सबसे ज्यादा राहत शीतल जल ही पहुंचाती है. खास कर जब लोग बीमार रहे तो ऐसी स्थिति में पानी ही उनके लिए जीवन रक्षक के रूप में काम करती है. राजधानी रांची में आम लोगों की तो बात छोड़ दें जो लोग बीमार हैं उनके लिए भी अस्पताल में पानी मुहैया नहीं हो पा रहा है. यहां रिम्स में पेयजल की कमी से मरीज परेशान हैं. अस्पताल के बाहर गरीब मरीजों को खरीदकर पानी पीना पड़ रहा है.
इसे भी पढ़ें- Video: इस गांव में नहीं है शुद्ध पेयजल, चुआं का पानी पीने को मजबूर ग्रामीण
राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की बात करें तो यहां पर लोग पीने के पानी के लिए तरसने को मजबूर हैं. बूंद-बूंद पानी के लिए रिम्स के मरीज परेशान हैं. न्यूरो वार्ड में भर्ती अपने मरीज के लिए पानी ढूंढ रहे शफीक आलम बताते हैं कि मरीज के वार्ड में पानी नहीं मिल पा रहा है. जिस वजह से लोगों को पानी लाने के लिए लंबा सफर तय करना पड़ रहा है. वहीं लोगों को कई बार बाहर से पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है. गिरिडीह से मरीज का इलाज कराने पहुंचे परिजन ने कहा कि अस्पताल के नल सूख गए हैं.
इलाज कराने आए मरीज के परिजनों ने कहा कि एक मरीज के साथ करीब चार से पांच लोग आते हैं. प्रतिदिन 10 से 12 बोतल पानी की खपत सिर्फ पीने के लिए होता है. जिसके लिए उन्हें 150 से 200 रुपये तक देने पड़ते हैं. ऐसे में पानी खरीदकर पीना गरीब मरीजों के लिए काफी मुश्किल है. कई बार तो वो गंदा पानी पीने को ही मजबूर होते हैं. इमरजेंसी वार्ड के बाहर पीने के पानी के लिए इंतजाम किए गए हैं. शिशु वार्ड के पास भी पीने का पानी का नल लगाया गया है लेकिन सभी जगह की हालत बहुत ही खराब है कहीं भी पानी पीने की सुविधा नहीं है.
इस बाबत ईटीवी भारत की टीम ने प्रबंधन से बात करने की कोशिश की तो प्रबंधन की ओर से सिर्फ खानापूर्ति पूरा करने वाला जवाब मिला. उनकी ओर से कहा गया कि जल्द से जल्द के पानी की व्यवस्था करा दी जाएगी ताकि मरीजों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े. ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि गर्मी के मौसम में जब अस्पताल में आने वाले गरीब मरीजों को पानी नहीं मिल पा रहा है तो आम लोगों के लिए पेयजल की क्या व्यवस्था होगी.