रांची: चतरा के सिमरिया थाना के रहने वाले 45 वर्षीय मरीज महेंद्र प्रजापति के परिजनों ने रांची के बरियातू स्थित स्टोन एंड यूरोलॉजी किडनी डॉक्टर राजकुमार शर्मा पर गंभीर आरोप लगाया है. डॉक्टर पर आरोप है कि उसकी एक किडनी निकाल दी गई है.
मरीज के परिजनों ने बताई आपबीती
मरीज की पत्नी सुषमा देवी बताती हैं कि किडनी में स्टोन का ऑपरेशन कराने बरियातू स्थित स्टोन एंड यूरोलॉजी क्लिनिक में अपने पति को भर्ती कराया था और मरीज का इलाज आयुष्मान भारत के तहत चल रहा था. 29 जुलाई को मरीज के पथरी का ऑपरेशन डॉ आर के शर्मा द्वारा किया गया. ऑपरेशन के बाद मरीज का पथरी निकाल दी गई लेकिन किडनी से काफी ब्लीडिंग होने लगा, जिस वजह से ब्लीडिंग को रोकने के लिए डॉक्टर से हमने जब गुहार लगाई तो डॉक्टर ने मरीज को दूसरे निजी अस्पताल में रेफर करने की बात कही. जब हमने डॉक्टर से लगातार मरीज का ब्लीडिंग रोकने की अपील की तो डॉक्टरों ने किडनी निकालने की बात करने लगे जिस पर हम सहमत हुए और डॉक्टरों ने किडनी निकाल दिया.
मरीज को बचाने के लिए किडनी निकलना पड़ा: डॉक्टर
डॉक्टर इन दिनों हजारीबाग में है और अपना निजी क्लिनिक चलाते हैं. उन्होंने सफाई देते हुए कहा है कि मरीज की जान बचाने के लिए उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है.
डॉक्टर ने कहा परिवार को थी जानकारी
इस पर डॉक्टर से पूछा गया कि तो डॉक्टर ने अपनी सफाई देते हुए कहा है कि मरीज की जान बचाने के लिए ऐसा करना पड़ा. इसे करने के पहले भी मरीज के परिजनों को इसकी जानकारी भी दी गई है. किडनी निकालने के पहले मरीज के परिजनों से इस बाबत बॉन्ड भी दिखाया गया था. जिसमें मरीज के चाचा ने साइन किया है और उनकी पत्नी अशिक्षित है, इसलिए उन्होंने अपना अंगूठा भी लगाया है. उन्होंने कहा है कि किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई है. मरीज का ऑपरेशन रांची के बरियातू स्थित रामप्यारी क्लिनिक में हुआ है और अब मरीज का इलाज रांची के ही देवकमल अस्पताल में चल रहा है.