रांची: 100 जोड़ी ट्रेनों में रांची रेल मंडल के रांची रेलवे स्टेशन में पटना से चलकर जनशताब्दी एक्सप्रेस रांची पहुंची. रांची से इस ट्रेन को लगभग 1300 यात्रियों को सवार कर वापस भेजा गया. इस दौरान यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेंन करते हुए ट्रेनों पर सवार किया गया और रांची पहुंचे, इस दौरान यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए प्लेटफार्म से बाहर निकाला गया. लेकिन ट्रेन जैसे ही पटना से रांची रेलवे स्टेशन पहुंची स्टेशन में व्यवस्थाएं ध्वस्त दिखी.
1 जून से चलाई जा रही 100 जोड़ी ट्रेनें
एक जून से 100 जोड़ी ट्रेनें देश के विभिन्न रेल मंडलों से चलाई जा रही है. हालांकि झारखंड से खुलने वाली एक भी ट्रेनें नहीं दी गई है. लेकिन फिर भी पटना से खुलने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन को रांची रेलवे स्टेशन में रिसीव किया गया. इस ट्रेन को 3:25 में रांची से पटना के लिए रवाना किया गया.
सेनेटाइज कर के भेजी गयी ट्रेन
हालांकि जनशताब्दी की टाइमिंग रांची से खुलने का 2:55 है. लेकिन ट्रेन को पूरी तरह से सेनेटाइज करके ही पटना वापस भेजा जाना था. इसीलिए इस ट्रेन को रांची से देरी से रवाना किया गया. रांची रेलवे स्टेशन पर तमाम यात्री 2 घंटे पहले ही पहुंच गए थे. उन तमाम यात्रियों का सोशल डिस्टेंस मेंटेन करते हुए प्लेटफॉर्म के अंदर इन करवाया गया. फिर प्लेटफार्म के अंदर ही यात्रियों के हाथों को सैनिटाइज कर उन्हें जरूरी जानकारी देते हुए उनकी स्क्रीनिंग भी की गई. गौरतलब है कि रांची रेलवे स्टेशन पर रेल मंडल द्वारा तमाम व्यवस्था की गई थी. जहां सामाजिक दूरी का ख्याल रखते हुए तमाम यात्रियों को बैठाया गया था .कतार बद्ध होकर तमाम यात्री रांची रेलवे स्टेशन के अंदर प्रवेश किया.
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जानकारी के मुताबिक जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन की क्षमता 1,879 यात्रियों को बैठाने की है. लेकिन सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने के लिए 1350 यात्रियों को रांची से पटना के लिए रवाना किया गया. लेकिन फिर भी ट्रेन के अंदर यात्रियों के बीच सोशल डिस्टेंस नहीं दिखा. हालांकि पहला दिन होने की वजह से रिजर्वेशन में भी यात्रियों ने उतनी रुचि नहीं दिखाई थी. कई सीटें खाली भी गई. अंत में सोशल डिस्टेंसिंग दिखा ध्वस्त.
सोशल डिस्टेंस पर लगी विराम
वहीं, पटना से जैसे ही ट्रेन रांची रेलवे स्टेशन पहुंची रांची रेलवे स्टेशन पर व्यवस्थाएं पूरी तरह ध्वस्त हो गई. सोशल डिस्टेंसिंग का जितना ख्याल पहले रखा जा रहा था. उन तमाम कवायद पर विराम लग गया और लोग बिना सामाजिक दूरी का ख्याल करते हुए स्टेशन से बाहर निकले और जैसे-तैसे गंतव्य के लिए रवाना हुए.
डर में खोली जा रही दुकानें
1 जून से रांची रेलवे स्टेशन के तमाम फूड प्लाजा और वेंडर शॉप खोलने की अनुमति दे दी गई थी, लेकिन फिलहाल चार से पांच ही वेंडर स्टाल खुले दिखे. हालांकि इन काउंटर को संचालित करने वाले दुकानदार काफी निराश दिखे. उनका कहना है कि काफी डर के साथ यात्री भी स्टेशनों पर पहुंच रहे हैं और वह भी दुकानों को डर से ही खोल रहे हैं. यात्री प्लेटफॉर्म से सीधे ट्रेनों पर सवार हो रहे हैं. ऐसे में दुकान खोलने से ज्यादा कुछ फायदा नहीं मिल रहा है. जिसके कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.