रांचीः बंगाल की खाड़ी (अंडमान सागर) में बने डीप डिप्रेशन रविवार शाम तक चक्रवातीय तूफान में तब्दील हो जाएगा. चक्रवातीय तूफान में तब्दील होते ही इसका नाम सी तरंग हो जाएगा जो थाईलैंड का दिया हुआ नाम है. झारखंड में तूफान सी तरंग के कारण मौसम थोड़ा (effect of Cyclone Sitrang in Jharkhand) बदलेगा. रांची मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार दिवाली के दिन सोमवार को आसमान में बादल छाए रहने की उम्मीद है, वहीं कई जिलों में बारिश के भी आसार हैं.
लेकिन चक्रवात सी तरंग को लेकर राहत की बात यह है कि इस चक्रवातीय सिस्टम ने अपनी दिशा बदल ली है और यह अब उत्तर पूर्व में बांग्लादेश की ओर रहा है. इस वजह से इसका अब झारखंड के ऊपर बेहद आंशिक प्रभाव पड़ने की संभावना जताई जा रही है. क्योंकि चक्रवातीय तूफान के संभावित तीक्ष्ण प्रभावक्षेत्र से झारखंड से काफी दूर होगा. इसके रांची मौसम केंद्र इस चक्रवातीय सिस्टम पर करीब से नजर बनाए हुए हैं.
मौसम केंद्र के अनुसार इस दौरान झारखंड में तूफान सी तरंग का असर बेहद आंशिक असर रहेगा. लेकिन इसके बावजूद 24 अक्टूबर यानी दीपावली के दिन आसमान में बादल छाए रहेंगे. लेकिन मध्यम या भारी वर्षा की संभावना बेहद कम है. रांची मौसम विज्ञान केंद्र के वरीय मौसम पूर्वानुमान वैज्ञानिक उपेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि 24, 25 और 26 अक्टूबर को राज्य के पूर्वी और दक्षिणी पूर्वी सीमावर्ती जिलों में तेज हवा के साथ छिटपुट से हल्की बारिश हो सकती है. 2018 के बाद सी तरंग पहला साइक्लोन है, जो अक्टूबर के महीने में बन रहा है.
इन जिलों में सी तरंग का आंशिक असरः मौसम केंद्र के अनुसार राज्य के पूर्वी इलाके जो संथाल परगना के जिले जैसे दुमका, साहिबगंज, पाकुड़, जामताड़ा और कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां के साथ साथ सिमडेगा, रांची, जमशेदपुर, हजारीबाग, धनबाद में तूफान सी तरंग का असर दिखेगा. लेकिन अन्य जिलों में बेहद मामूली असर दिखने की संभावना जताई जा रही है. भले ही मौसम केंद्र ने तूफान को लेकर झारखंड पर आंशिक असर होने की पूर्वानुमान जारी कर राज्यवासियों को सुकून दी हो. लेकिन दीपावली के दौरान आसमान में बादल और कई जिलों में तेज हवा चलने की संभावना से दीपों के त्योहार में जगमग दीया जलाने में खलल पड़ना लगभग तय नजर आ रहा है.