रांची: स्थायीकरण समेत अपने विभिन्न मांगों को लेकर 15 से 19 मार्च तक राज्य के पारा शिक्षक विधानसभा का घेराव करेंगे. वहीं 16 मार्च को बीआरपी सीआरपी संघ ने भी झारखंड विधानसभा घेराव करने का निर्णय लिया है.
इसे भी पढे़ं: लेक्चरर ममता केरकेट्टा को RU ने किया सस्पेंड, सीबीआई ने किया गिरफ्तार
झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग की ओर से पारा शिक्षक संघ के आंदोलन में शामिल पारा शिक्षकों को विभागीय कार्रवाई करने का अल्टीमेटम दिया गया है. इसके बावजूद पारा शिक्षक स्थायीकरण समेत अपने विभिन्न मांगों को लेकर विधानसभा घेराव करने के निर्णय पर अडिग हैं. एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की ओर से जानकारी दी गई है कि सोमवार से पारा शिक्षक विधानसभा का घेराव करेंगे. इस घेराव कार्यक्रम में प्रथम चरण में 15 मार्च को गिरिडीह, रामगढ़, देवघर, लोहरदगा और पूर्वी सिंहभूम जिले के पारा शिक्षक विधानसभा के पास धरना प्रदर्शन करेंगे. पारा शिक्षकों का घेराव कार्यक्रम 19 मार्च तक चलेगा. दूसरी ओर बीआरपी सीआरपी संघ ने भी विधानसभा धरने की चेतावनी राज्य सरकार को दी है और अपने पूर्व से निर्धारित कार्यक्रम के तहत 16 मार्च से बीआरपी सीआरपी से जुड़े तमाम कर्मचारी विधानसभा घेराव करने पहुंचेंगे. बीआरपी सीआरपी महासंघ के महासचिव ने बताया है कि राज्य भर के 3000 बीआरपी सीआरपी नियमितीकरण और सेवा शर्त नियमावली की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं और इसी कड़ी में घेराव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.
विभाग ने दिया है पारा शिक्षकों को अल्टीमेटम
शिक्षा विभाग की ओर से 2 दिन पहले ही पारा शिक्षकों को अल्टीमेटम दिया गया है, जिसमें कहा गया है कि जो भी पारा शिक्षक घेराव प्रदर्शन कार्यक्रम में शामिल होंगे और उनके इस प्रदर्शन के वजह से अगर विद्यालयों में शिक्षकों की अनुपस्थिति होगी, विद्यार्थियों के पठन-पाठन बाधित होगा तो वैसे पारा शिक्षकों को चिन्हित कर उन पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी. इसके बावजूद पारा शिक्षकों ने सरकार के अल्टीमेटम को दरकिनार करते हुए आंदोलन करने का बिगुल फूंका है और इसी के तहत सोमवार को विधानसभा घेराव कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.