रांची: पांच सूत्री मांगों को लेकर 179 दिनों से राजभवन के समक्ष धरना प्रदर्शन कर रहे पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों ने 29 दिसंबर को होने वाले नंग-धड़ंग प्रदर्शन और आत्मदाह के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है. सरकार के समन्वय समिति के सदस्य विनोद पांडेय के साथ वार्ता के बाद पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों ने यह फैसला किया.
8 जनवरी 2024 तक के लिए स्थगित किया गया आंदोलनः झारखंड राज्य पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने बताया कि झामुमो नेता और राज्य सरकार समन्वय समिति के सदस्य विनोद पांडेय ने 18 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को बताया कि मुख्यमंत्री के आदेश पर ही वार्ता की जा रही है. बैठक के दौरान, केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने संघ के सदस्यों को भरोसा दिलाया कि स्वयंसेवकों की मांगों के प्रति सरकार पूरी तरह गंभीर है. उन्होंने कहा कि राज्य में स्थानीय और मूलवासी की सरकार है. पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों का भी कल्याण यही सरकार कर रही है. राज्य की हेमंत सोरेन की सरकार युवा, बेरोजगारों की हितैषी सरकार है और वह किसी के साथ अन्याय नहीं होने देगी.
विनोद पांडेय से वार्ता के बाद उनके द्वारा दिये गए आश्वासन के बाद संघ के अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने कहा कि 8 जनवरी 2024 तक अभी धरना स्थगित करने का फैसला लिया गया है. 8 जनवरी को संघ के 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे के साथ वार्ता होगी और पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक के मांगों पर सरकार के द्वारा सकारात्मक फैसला लिया जाएगा. चंद्रदीप कुमार ने बताया कि ऐसे में पंचायत सचिवालय स्वयं सेवक संघ के द्वारा पूर्व से निर्धारित 29 दिसंबर को नंग धड़ंग प्रदर्शन और सामूहिक आत्मदाह कार्यक्रम को स्थगित किया जाता है. गुरुवार को झामुमो कार्यालय में हुई वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार, प्रदेश सचिव युगल किशोर प्रसाद, कोषाध्यक्ष बाल गोविंद महतो, सुजाता सिंह, विभा रानी, प्रदीप कुमार, रामनिवास तिवारी, मिथुन यादव, रामदीप तिवारी, अनिल ठाकुर, गौतम कुमार कुशवाहा, अब्दुल, मो.रसीद, दिलीप, रंजीत, मंटू कुमार, देवेंद्र, शशिकांत, अनिल मौजूद थे.
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