रांची: अपनी मांगों को लेकर झारखंड के पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक पिछले 154 दिनों से लगातार धरना प्रदर्शन और मंत्री आवास का घेराव कर रहे हैं. वहीं जिलावार रोटेशन बनाकर राजभवन के समक्ष धरना भी दे रहे हैं. चक्रवातीय तूफान मिचौंग की वजह से लगातार हो रही बारिश के बावजूद भी पंचायत स्वयंसेवक धरना पर डटे रहे. गुरुवार को उनके अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन का 154वां दिन है.
पांच सूत्री मांग के लिए आंदोलनः राज्य के पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक 154 दिनों से राजभवन के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. सेवा नियमतीकरण, मानदेय सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ ने पांच सूत्री मांगों के समर्थन में आंदोलन कर रहे हैं. इसी कड़ी में वो शनिवार 09 दिसंबर को राजभवन धरनास्थल से अल्बर्ट एक्का चौक तक विशाल मशाल जुलूस निकालने का फैसला किया है.
इस मशाल जुलूस के माध्यम से पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक हेमंत सरकार को आगाह करना चाहते हैं कि 15 दिसंबर से पहले अगर पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों की मांगें नहीं मानी गयीं या मुख्यमंत्री उनसे वार्ता नहीं करते हैं तो उसके बाद विधानसभा के शीतकालीन सत्र का घेराव किया जाएगा. झारखंड राज्य पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के प्रदेश सचिव युगल किशोर प्रसाद ने बताया कि पिछले 154 दिनों में सत्ताधारी दलों के कार्यालय घेराव, मंत्रियों के आवास का घेराव, नंग-धड़ंग प्रदर्शन सहित कई कार्यक्रम चलाया लेकिन उसका कोई असर सरकार या अधिकारियों पर नहीं पड़ा. सरकार द्वारा उनकी मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं करने पर आंदोलन को अब आंदोलन को तेज करने का फैसला लिया गया है.
पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने कहा कि विभागीय मंत्री आलमगीर आलम के द्वारा बार बार सिर्फ आश्वासन ही दिया गया है. संघ की मांगों पर कोई ठोस पहल सरकार के द्वारा अभी तक शुरू भी नहीं की गयी है. उन्होंने कहा कि अगर 15 दिसंबर तक मांगें नहीं मानी जाती है तो शीतकालीन सत्र के दौरान विधानसभा का घेराव किया जाएगा. इसके साथ ही साथ हेमंत सरकार के 04 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में होने वाले कार्यक्रम के दौरान मोराबादी मैदान में नंग-धड़ंग प्रदर्शन भी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अनिश्चितकालीन आंदोलन तब तक चलता रहेगा जब तक सरकार उनकी मांगें मान नही लेती. गुरुवार को राजभवन के समक्ष प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार, मो. वारिश, सतीश कुमार, संदीप कुमार, उदय शंकर, सुमित, शकील अहमद, तस्लीम अंसारी, अब्दुर, अकबर, पवन, दिलीप, धर्मवीर, गौतम, अजय, बबलू, चंपा, बिरसा, संतोष, प्रभात सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित रहे.
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