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बजट के 10वें दिन विपक्ष ने जमकर किया हंगामा, गिनाईं हेमंत सरकार की कमियां

झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के 10वें दिन सदन की कार्यवाही विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण गर्माया रहा. इस दौरान विपक्ष ने हेमंत सोरेन पर जमकर हमला बोला.

Proceedings on 10th day of Jharkhand budget session uproar
बजट के 10वें दिन विपक्ष ने जमकर किया हंगामा
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Published : Mar 15, 2021, 9:12 PM IST

Updated : Mar 15, 2021, 10:01 PM IST

रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के 10वें कार्य दिवस के दिन सदन की कार्यवाही विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण गर्मायी रही. सदन में बीजेपी विधायकों ने मॉब लिंचिंग और अनुबंध पर आधारित कंप्यूटर ऑपरेटर की सेवा को लेकर सरकार को घेरते हुए नजर आए.

ये भी पढ़ें-झारखंड देश का 7वां राज्य, जहां प्राइवेट कंपनियों में 75% नौकरियां स्थानीय युवाओं के लिए आरक्षित

निर्दोषों पर कार्रवाई

बीजेपी विधायक शशिभूषण मेहता ने पलामू की लाइफ लाइन मानी जाने वाली करीब 45 किलोमीटर लंबी सड़क की दुर्दशा पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि हुए पिछले साल इस सड़क के नाम पर हुए खर्च में अनियमितता की जांच कराने का आग्रह सदन में किया गया. वहीं, विधायक सीपी सिंह ने राज्य सरकार की विभिन्न विभागों में अनुबंध पर कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर की सेवा समाप्त कर आउटसोर्सिंग से फिर से बहाली करने के निर्णय पर सरकार को घेरने की कोशिश की.

विधायक शशि भूषण मेहता का बयान

इस पर सदन में विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष के विधायक भी सीपी सिंह को समर्थन करते दिखे. इधर. हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल ने हजारीबाग में सांप्रदायिक तनाव भड़काने वाले के बजाय पुलिस की ओर से निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किये जाने पर नाराजगी जताई.


हेमंत सोरेन भूल गए सारे वादें

वहीं, सारठ के भाजपा विधायक रणधीर सिंह ने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बेरोजगारी भत्ता और निजी क्षेत्र में सरकार की ओर से की गई आरक्षण की घोषणा सिर्फ एक लॉलीपॉप है. उन्होंने हेमंत सरकार पर युवाओं को ठगने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के वक्त जो वादा करके जेएमएम सत्ता पर काबिज हुई वह उसे भूल गई है.

विधायक रणधीर सिंह का बयान

उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त हर बेरोजगार को बेरोजगारी भत्ता 7 हजार देने की बात कही गई थी, लेकिन सत्ता में आते ही सरकार इसे भूल गई. पारा शिक्षकों के आंदोलन पर रणधीर सिंह ने कहा कि चुनाव के वक्त पारा शिक्षकों को नियमित करने का वादा करने वाले हेमंत सोरेन इसे भी भूल गये और पारा शिक्षकों को सड़क पर छोड़ दिया.

ये भी पढ़ें-प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण पर सीएम हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया, कहा- 2021 होगा रोजगार सृजन वर्ष


मॉब लिंचिंग पर रणधीर सिंह की प्रतिक्रिया

राजधानी में जब मॉब लिंचिंग की घटना हो तो उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार क्या कर रही है. रणधीर सिंह ने सरकार को पूरी तरह फेल बताते हुए कहा कि रघुवर सरकार में तवरेज अंसारी की मौत पर यही हेमंत सोरेन जोर-जोर से मॉब लिंचिंग होने का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाते रहते थे आज उन्हीं के राज में दस दिनों के अंदर दो दो घटना होने पर वो चुप बैठे हैं.

रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के 10वें कार्य दिवस के दिन सदन की कार्यवाही विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण गर्मायी रही. सदन में बीजेपी विधायकों ने मॉब लिंचिंग और अनुबंध पर आधारित कंप्यूटर ऑपरेटर की सेवा को लेकर सरकार को घेरते हुए नजर आए.

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निर्दोषों पर कार्रवाई

बीजेपी विधायक शशिभूषण मेहता ने पलामू की लाइफ लाइन मानी जाने वाली करीब 45 किलोमीटर लंबी सड़क की दुर्दशा पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि हुए पिछले साल इस सड़क के नाम पर हुए खर्च में अनियमितता की जांच कराने का आग्रह सदन में किया गया. वहीं, विधायक सीपी सिंह ने राज्य सरकार की विभिन्न विभागों में अनुबंध पर कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर की सेवा समाप्त कर आउटसोर्सिंग से फिर से बहाली करने के निर्णय पर सरकार को घेरने की कोशिश की.

विधायक शशि भूषण मेहता का बयान

इस पर सदन में विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष के विधायक भी सीपी सिंह को समर्थन करते दिखे. इधर. हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल ने हजारीबाग में सांप्रदायिक तनाव भड़काने वाले के बजाय पुलिस की ओर से निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किये जाने पर नाराजगी जताई.


हेमंत सोरेन भूल गए सारे वादें

वहीं, सारठ के भाजपा विधायक रणधीर सिंह ने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बेरोजगारी भत्ता और निजी क्षेत्र में सरकार की ओर से की गई आरक्षण की घोषणा सिर्फ एक लॉलीपॉप है. उन्होंने हेमंत सरकार पर युवाओं को ठगने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के वक्त जो वादा करके जेएमएम सत्ता पर काबिज हुई वह उसे भूल गई है.

विधायक रणधीर सिंह का बयान

उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त हर बेरोजगार को बेरोजगारी भत्ता 7 हजार देने की बात कही गई थी, लेकिन सत्ता में आते ही सरकार इसे भूल गई. पारा शिक्षकों के आंदोलन पर रणधीर सिंह ने कहा कि चुनाव के वक्त पारा शिक्षकों को नियमित करने का वादा करने वाले हेमंत सोरेन इसे भी भूल गये और पारा शिक्षकों को सड़क पर छोड़ दिया.

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मॉब लिंचिंग पर रणधीर सिंह की प्रतिक्रिया

राजधानी में जब मॉब लिंचिंग की घटना हो तो उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार क्या कर रही है. रणधीर सिंह ने सरकार को पूरी तरह फेल बताते हुए कहा कि रघुवर सरकार में तवरेज अंसारी की मौत पर यही हेमंत सोरेन जोर-जोर से मॉब लिंचिंग होने का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाते रहते थे आज उन्हीं के राज में दस दिनों के अंदर दो दो घटना होने पर वो चुप बैठे हैं.

Last Updated : Mar 15, 2021, 10:01 PM IST
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