रांची: झारखंड में अब लड़कियों की तरह लड़के भी नर्सिंग की ट्रेनिंग ले सकेते हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रेझा फाउंडेशन द्वारा संचालित आईटीआई कौशल कॉलेज में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए इसकी घोषणा की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही इस संबंध में निर्णय लेगी. इस मौके पर सीएम ने आईटीआई कौशल कॉलेज, नर्सिंग और कल्याण गुरुकुल के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण के बाद विभिन्न संस्थानों में कार्य करने के लिए नियुक्ति पत्र भी दिया. यहां सीएम हेमंत सोरेन ने प्रशिक्षित महिलाओं द्वारा संचालित सेवा कैफे का भी उद्घाटन किया.
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प्रेझा फाउंडेशन के कार्यों की सराहना: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रेझा फॉउंडेशन और राज्य सरकार के सहयोग से संचालित नर्सिंग एवं आईटीआई कौशल कॉलेज के अलावा कल्याण गुरुकुल के कार्यों की सराहना की. यहां उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त कर विभिन्न संस्थानों में नौकरी पाने वाले 500 में से 10 विद्यार्थियों को सांकेतिक रूप से नियुक्ति पत्र सौंपा. इस इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना के वक्त रिझा फाउंडेशन ने राज्य सरकार के साथ मिलकर जिस तरह से काम किए वह बेहतरीन कार्य था. उस वक्त भी नर्सिंग के छात्राओं को नियुक्ति पत्र इस संस्था के द्वारा दिया गया था.
कौशल विकास पर जोर: मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कौशल विकास पर सरकार जोर दे रही है. इसके तहत ना केवल स्वास्थ्य के क्षेत्र में बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के व्यापक अवसर हैं. जिसे देखते हुए प्रशिक्षण देकर युवाओं को उद्यमी बनाने की कोशिश की जा रही है. मुख्यमंत्री ने प्रेझा फाउंडेशन से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवक-युवतियों को झारखंड के ही विभिन्न संस्थानों खासकर अस्पतालों में रोजगार मिले इसके लिए कोशिश करने को कहा.
युवाओं के भविष्य की चिंता: कार्यक्रम में कल्याण मंत्री चंपई सोरेन ने संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार युवाओं के लिए चिंतित है. इसके लिए अधिक से अधिक रोजगार के अवसर तैयार किए जा रहे हैं. युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ना सरकार का मुख्य लक्ष्य है. इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं, उन्होंने इस मौके पर प्रेझा फाउंडेशन से प्रशिक्षित होकर नियुक्ति पाने वाले युवतियों को बधाई दी.
कल्याण विभाग के सहयोग से प्रेझा फाउंडेशन द्वारा राज्य के 24 जिलों में 28 कल्याण गुरुकुल, 8 नर्सिंग कौशल कॉलेज और एक आईटीआई कौशल कॉलेज का संचालन किया जा रहा है. इसके माध्यम से अभी तक 30,000 से अधिक युवक युवतियों को देश की नामी गिरामी कंपनियों में रोजगार प्राप्त होने का दावा किया जा रहा है.