रांचीः झारखंड में नशा कारोबार (Drug dealers in Jharkhand) से जुड़े तस्कर सावधान हो जायें. केंद्र सरकार ने इस गोरखधंधे में शामिल लोगों पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है. गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने झारखंड सहित देश के विभिन्न राज्यों के पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की है. बैठक में केंद्रीय गृह सचिव ने झारखंड सीआईडी को निर्देश दिया है कि नशा कारोबार पर लगाम लगाने को लेकर थाना खोल सकते है.
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केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में नारकोटिक्स को लेकर ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में झारखंड के एडीजी ऑपरेशन संजय आनंद लाटकर, आईजी सीआईडी असीम विक्रांत मिंज, एसपी सीआईडी एस कार्तिक शामिल हुए. बैठक में पिछले 3 वर्षों के दौरान राज्य पुलिस की ओर से अफीम की खेती को नष्ट किए जाने का आंकड़ा दिया गया. वहीं इस पर रोक लगाने के लिए किए जा रहे हैं प्रयासों की भी जानकारी दी गई.
झारखंड में नारकोटिक्स का कारोबार बड़े पैमाने पर होता है. अब तक झारखंड में 400 मामले आ चूके हैं. राजस्थान, मध्यप्रदेश के बाद झारखंड में इसका कारोबार तेजी से फलफूल रहा है. एडीजे संजय आनंद लाटकर ने बताया कि झारखंड में नारकोटिक्स ब्यूरो को भी मजबूत किया जा रहा है. आईजी सीआईडी असीम विक्रांत मिंज ने कहा कि अफीम की खेती के साथ-साथ नशे के व्यापार पर भी रोक लगाने के लिए झारखंड पुलिस कार्रवाई कर रही है. इसकी रोकथाम के लिए विशेष बल का गठन किया गया है, जो लगातार कार्रवाई कर रही है. इस टीम के बेहतर परिणाम भी सामने आये हैं.