रांचीः राज्य में वर्षों से सेवा दे रहे नेशनल स्वास्थ्य मिशन (NHM,झारखंड) के कर्मियों ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मुलाकात की (NHM personnel me Health Minister)और सेवा को नियमित करने की मांग की(NHM workers demand regularization ). डोरंडा स्थित स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आवासीय कार्यालय पर सैकड़ों की संख्या में NHM के विभिन्न जिलों से आये कर्मियों ने अपने नियमितीकरण की मांग को लेकर मुलाकात की. इससे पहले भी करीब एक माह पहले इन कर्मियों ने मुलाक़ात कर अपनी मांगों को रखा था.
स्वास्थ्य मंत्री ने दिया सकारात्मक भरोसाः NHM कर्मियों से मुलाकात करने के बाद मंत्री बन्ना गुप्ता ने कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि गठबंधन की सरकार में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में तेज गति से विकास का कार्य हो रहा है. इसके साथ ही हम विभिन्न अनुबंधकर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए भी प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने बताया कि इस संबंध में मैंने अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर एक तीन सदस्यीय कमिटी के निर्माण का निर्देश दिया है जो माननीय हाई कोर्ट के निर्देश और अन्य राज्यों के नियमावली के अध्ययन के उपरांत, राज्य के विभिन्न अनुशंसाओं को आधार बनाकर एक रिपोर्ट सरकार को समर्पित करें, जिसपर माननीय मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश के बाद सरकार आगे बढेगी.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि आज स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव से इस संबंध में बात कर कल एक प्रतिनिधिमंडल को पुनः वार्ता के लिए बुलाया है. स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन से संतुष्ट होकर कर्मियों ने उम्मीद जतायी कि सरकार उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करेगी.
राज्य में 12 हजार के करीब है NHM कर्मियों की संख्या, वर्षो से अनुबंध पर दे रहे हैं सेवाः झारखंड में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सेवा दे रहीं ANM नर्सो और स्वास्थ्य मुख्यालय तथा जिले में सेवा दे रहे कुल कर्मियों को मिलाकर करीब 12 हजार NHM कर्मी हैं. NHM कर्मियों का कहना है कि मेघालय, सिक्किम, राजस्थान और ओडिशा जैसे कई राज्य हैं जहां NHM कर्मियों को स्थायी किया गया है या इसकी प्रक्रिया शुरू की गई है.