रांचीः रांची विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के पद पर डॉ. मुकुंद चंद मेहता ने पदभार ग्रहण कर लिया है .ईटीवी भारत के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं गिनाईं. इस दौरान उन्होंने कहा कि अब उनकी जिम्मेदारी बढ़ गई है. छात्र हित में फैसला लेना उनकी पहली प्राथमिकता होगी. इससे पहले रांची विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अमर कुमार चौधरी थे. उनका कार्यकाल पूरा होने के बाद वोकेशनल विभाग के हेड डॉ. मुकुंद चंद मेहता को एक साल के लिए यह जिम्मेदारी सौंपी गई है.
डॉ. मेहता ने ईटीवी भारत की टीम से कहा कि रांची विश्वविद्यालय राज्य का सबसे पुराना और बड़ा विश्वविद्यालय है. इस नाते इस विश्वविद्यालय का रजिस्ट्रार बनना गौरव की बात है. विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास, कैंपस में बेवजह असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रोकना, तमाम फाइलों का सही समय पर निपटारा करना ही उनकी पहली प्राथमिकता होगी. उन्होंने कहा कि जब वह प्रोफेसर थे तब मानसिक दबाव कम था. लेकिन रजिस्ट्रार बनने के बाद कई जिम्मेदारियां बढ़ गईं हैं. पूरे विश्वविद्यालय की फाइल का सही समय पर निपटारा करना और बेहतर आउटपुट देना होगा. इस दिशा में वह बेहतर तरीके से काम करने को लेकर वीसी, प्रोवीसी के साथ -साथ डीएसडब्ल्यू के साथ भी सामंजस्य बना कर चलेंगे.
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अनबंधित शिक्षकों के मानदेय पर काम जारी
डॉ. मेहता ने अनुबंध पर कार्यरत शिक्षकों के बकाया मानदेय के सवाल पर कहा कि इस दिशा में पहल की जा रही है. विश्वविद्यालय के कुलपति अपने स्तर पर इस मामले को देख रहे हैं .जल्द ही बकाया मानदेय भुगतान इन शिक्षकों को किया जाएगा.