रांची: पूरे देश समेत झारखंड में कोरोना ने फिर से रफ्तार पकड़ी ली है. राज्य के विभिन्न जिलों में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. कोरोना के रोकथाम के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन कुछ लोगों की लापरवाही के कारण कोरोना का फैलाव तेजी से हो रहा है.
कोरोना काल में सरकार के निर्देशानुसार शिक्षण संस्थानों में पठन-पाठन सुचारू तरीके से चल रहा है. राज्य में आठवीं से लेकर 12वीं तक की कक्षाएं स्कूलों में संचालित हो रही है. निजी स्कूलों में तो सप्ताहिक पैरंट टीचर मीटिंग भी बुलाई जा रही है और लापरवाही बरती जा रही है. इन्हीं लापरवाहीयों की वजह से बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं. राजधानी रांची के एक निजी स्कूल में हाल ही में 16 से अधिक संक्रमित पाए गए हैं. दूसरी ओर राज्य सरकार द्वारा संचालित एक आवासीय स्कूल परिसर में भी कोरोना के मरीज पाए गए हैं. वहीं कई स्कूलों में अभी भी बच्चों का कोरोना टेस्ट करवाया जा रहा है. कई स्कूलों के बच्चों का टेस्ट रिपोर्ट आने बाकी है.
बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़
प्राइवेट स्कूल ही नहीं, बल्कि सरकारी स्कूलों में भी बच्चों के जिंदगी के साथ लगातार खिलवाड़ हो रहा है. एक तरफ जहां सरकारी महकमा कोविड-19 के गाइडलाइन के तहत तमाम चीजों को बेहतर तरीके से संचालित करने की बात कह रही है. वहीं दूसरी तरफ कई स्कूलों में गाइडलाइन का उल्लंघन हो रहा है. इससे जुड़े एसोसिएशन कुछ भी कहने से गुरेज कर रहे हैं. एसोसिएशन की मानें तो मामले को लेकर राज्य सरकार को अवगत करा दिया गया है. आने वाले समय में सरकार विवेक से निर्णय लेगी और सरकार का जो भी निर्देश प्राइवेट स्कूलों को मिलेगा, उन निर्देशों का पालन प्राइवेट स्कूल करेगी. वहीं अभिभावक मंच के सदस्य सरकार को जल्द से जल्द स्कूलों में वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग कर रहे हैं, साथ ही कोरोना महामारी के मद्देनजर सुरक्षात्मक तमाम कदम कड़ाई से उठाए जाने और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की मांग भी कर रहे हैं, साथ ही तमाम प्राइवेट स्कूलों के साथ एक विशेष बैठक कर कुछ रास्ता निकालने की बात भी कह रहे हैं.