रांची: नक्सलियों ने अपने खिलाफ चल रही पुलिस की कार्रवाई के विरोध में भारत बंद का एलान किया है. भाकपा माओवादियों के केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय के द्वारा पत्र जारी कर भारत बंद का एलान किया गया है. प्रवक्ता अभय के अनुसार नक्सली 16 से 22 दिसंबर तक देशव्यापी प्रचार आंदोलन अभियान चलाएंगे और 22 दिसंबर को भारत बंद को सफल बनाएंगे.
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भाकपा माओवादियों के द्वारा जारी किए गए पत्र में यह लिखा गया है कि नक्सल मुक्त झारखंड के नाम पर केंद्रीय बलों के साथ मिलकर झारखंड पुलिस आदिवासी बहुल इलाकों में अत्याचार कर रही है. अगस्त 2022 से लेकर अब तक लगातार लाल दस्ते पर बर्बर हमले किए जा रहे हैं. इन हमलों में हमारे साथियों को पकड़ पकड़ कर मारा जा रहा है. भारत की कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय कमेटी क्रांतिकारी आंदोलन क्रांतिकारी जनता के उन्मूलन के लिए कार्य करती है. ऐसे में जरूरत है कि पुलिस के नाजायज हमले के खिलाफ आवाज बुलंद की जाए. अभय के अनुसार 16 नवंबर से लेकर 22 दिसंबर तक देशव्यापी प्रचार आंदोलन चलाने का निर्णय लिया गया है. प्रचार अभियान के बाद संगठन ने यह तय किया है कि 22 दिसंबर को पूरा भारत बंद रहेगा. संगठन ने बंद को सफल बनाने के लिए बुद्धिजीवी और मानवाधिकार संगठनों से मदद मांगी है.
आवश्यक सेवाएं बंद से मुक्त: नक्सलियों के द्वारा जारी किए गए पत्र में यह भी लिखा गया है कि सभी आवश्यक सेवाएं मसलन दूध, एम्बुलेंस जैसी सेवाएं बंद से मुक्त रखी गई हैं.
संघर्ष एरिया में पुलिस की दखल से बेचैन हैं नक्सली: भाकपा माओवादियों के द्वारा जारी किए गए पत्र से यह स्पष्ट हो रहा है कि पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे लगातार अभियान से वह घबराए हुए हैं. नक्सलियों के द्वारा जारी किए गए पत्र में हाल के दोनों देश भर में पुलिस के अभियान की वजह से उन्हें कहां-कहां नुकसान हुआ है इसका जिक्र भी किया गया है.
पुलिस अलर्ट: वहीं दूसरी तरफ नक्सलियों के प्रचार प्रसार की रणनीति को लेकर पुलिस मुख्यालय भी बेहद अलर्ट है. 16 नवंबर से नक्सलियों के द्वारा ग्रामीण इलाकों में प्रचार अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें वह ग्रामीणों को अपने पक्ष में करने की कोशिश में लगे हुए हैं. पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार बंद से निपटने के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी.