रांची: झारखंड विकास मोर्चा के बीजेपी में आधिकारिक विलय के 24 घंटे के बाद भारतीय जनता पार्टी में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व में राज्य में विधायक दल के नेता चुनने के लिए पर्यवेक्षक की तैनाती की है. जानकारी के अनुसार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय महामंत्री मुरलीधर राव को झारखंड विधानसभा में पार्टी विधायक दल के नेता के चयन के लिए पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया है.
पार्टी ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया
मुरलीधर राव तय करेंगे कि विधानसभा में पार्टी का चेहरा कौन होगा. दरअसल, झारखंड विधानसभा के चुनावों के बाद अभी तक बीजेपी खेमे में विधायक दल के नेता का चयन नहीं हुआ है. मरांडी के बीजेपी में लौटने के बाद यह कयास लगाया जा रहा है कि उन्हें विधायक दल का नेता चुना जाएगा. इसके साथ ही वह झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होंगे. वहीं, बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार के 50 दिन के कार्यकाल में नक्सली गतिविधियां बढ़ी हैं. उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने पिछले 50 दिन में 15 बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है.
ये भी पढ़ें- नई सरकार के आते ही ठप हुई नगर निगम की योजनाएं, जनता के साथ निगम हुआ त्रस्त: आशा लकड़ा
मुख्यमंत्री पर साधा निशाना
इसके अलावा बीजेपी ने गिरिडीह में जहरीली शराब पीकर एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई है. अभी तक इस कांड में शामिल लोग गिरफ्तार नहीं किए जा सके हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 50 दिनों की उपलब्धियों में चाईबासा नरसंहार कांड में 7 आदिवासियों की हत्या, लोहरदगा में सांप्रदायिक दंगे, जहरीली शराब से गिरिडीह में 1 दर्जन से अधिक लोगों की मौत शामिल है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सोरेन ने अपने 50 दिनों के कार्यकाल में 20 दिन से अधिक दिन का समय दिल्ली के कांग्रेस दरबार में हाजिरी देने में बिताया है. बता दें कि झारखंड में 29 दिसंबर 2019 को झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यवाहक अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने राज्य के 11 में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है.