रांची: आरयू और आईसीएसआर के बीच एकेडमिक एक्सचेंज प्रोग्राम पर सहमति बनी है. आरयू और आईसीएसआर के बीच इसे लेकर एक करार भी हुआ है. अब आईसीएसआर के लैब में रांची विवि के टीचर और स्टूडेंट्स रिसर्च कर पाएंगे.
रांची यूनिवर्सिटी में भूगर्भ शास्त्र विषय में अध्ययन या अध्यापन कर रहे छात्र, टीचर और रिसर्च स्कॉलर के लिए अच्छी खबर है. अब यहां के स्टूडेंट्स और टीचर धनबाद स्थित सीएसआईआर-सीआईएमएफआर के विश्व स्तरीय लैब का उपयोग कर सकेंगे. दोनों संस्थानों के बीच आपसी सहमति से यह संभव हो पाया है. मंगलवार को रांची यूनिवर्सिटी और आईसीएसआर के बीच एमओयू हुआ है. आरयू की ओर से समझौते ड्राफ्ट पर रजिस्ट्रार डॉ. मुकुंद मेहता और आईसीएसआर के ओर से चीफ साइंस्टिस्ट आरवीके सिंह ने हस्ताक्षर किया है. मौके पर आरयू के वीसी डॉ. रमेश कुमार पांडेय और पीजी जियोलॉजी के एअचोडी डॉ. विजय सिंह शामिल थे. सीएसआईआर का लैब अत्यंत ही आधुनिक है, जो भूगर्भ शास्त्र विषय के स्टूडेंट्स के लिए बेहद उपयोगी है. अभी आरयू में इस तरह का लैब नहीं है. एमओयू हो जाने से अब यहां के स्टूडेंट्स और टीचर का आईसीएसआर लैब में रिसर्च करने का रास्ता साफ हो गया है.
मारवाड़ी कॉलेज पहुंचेगी नैक की टीम
मंगलवार को मारवाड़ी कॉलेज के दो दिवसीय दौरे पर नैक की टीम पहुंचेगी. नैक की टीम ने 19 और 20 जनवरी को मारवाड़ी कॉलेज में निरीक्षण को लेकर जानकारी पहले ही दी है. नैक मूल्यांकन के लिए और विश्वविद्यालय में पठन-पाठन की गतिविधियों की जायजा लेने पहुंचेगी. टीम के स्वागत के लिए मारवाड़ी कॉलेज ने भी अपने स्तर पर तैयारियां कर ली है.
सेंट्रल यूनिवर्सिटी में संकाय संवर्धन कार्यक्रम की शुरुआत
इधर सेंट्रल यूनिवर्सिटी झारखंड में फिजिक्स डिपार्टमेंट की ओर से ऑनलाइन संकाय संवर्धन कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. पांच दिवसीय कार्यक्रम 22 जनवरी तक चलेगा. इस कार्यक्रम के दौरान देशभर के सेंट्रल यूनिवर्सिटी से जुड़े कई शोधकर्ता और विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं. यह विद्यार्थी दूसरे से अपने अनुभव को साझा कर रहे हैं. उद्घाटन सत्र में फिजिक्स डिपार्टमेंट के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह ने इस कार्यक्रम की रूपरेखा और कार्यशाला के विशेषताओं के संबंध में विद्यार्थियों को जानकारी दी है.
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आईआईएम रांची में इंटीग्रेटेड कोर्स
आईआईएम रांची में इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट कोर्स की शुरुआत इसी सत्र से होगी. इस मिश्रित पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री प्रदान की जाएगी. इसमें नामांकन के लिए विद्यार्थियों को सेट परीक्षा के मार्क्स, रिटन टेस्ट, पर्सनल इंटरव्यू और मैट्रिक, इंटरमीडिएट के रिजल्ट को आधार बनाया गया है .