रांची: सेंट्रल इंस्चयूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड के बीच युवाओं के कौशल विकाश को लेकर सहमति (एमओयू) हस्ताक्षरित हुआ. सीसीएल की ओर से महाप्रबंधक (सीएसआर) एके सिंह और सीपेट रांची के निदेशक ए के राव ने हस्ताक्षर किए. इस एमओयू के अंतर्गत सीसीएल के 320 पिरयोजना प्रभावित उम्मीदवरों को निशुल्क छह माह के आवासीय प्रशिक्षण के लिए नामंकित किया गया है. प्रशिक्षण के बाद कैंपस प्लेसमेंट के माध्यम से देश के विभिन्न कंपनियों में रोजगार उपलब्ध करवाया जायेगा.
2000 लोगों को दिया गया प्रशिक्षण
पूर्व में कोल इंडिया लिमिटेड, कोलकाता द्वारा सिपेट से 2000 उम्मीदवारों को कौशल विकास प्रशिक्षण देने के लिए करार किया गया, जिसमें सिपेट रांची को 240 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य दिया गया. दिए गये 240 लक्ष्य में से 200 उम्मीदवारों का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक समाप्त हुआ और 178 प्रशिक्षु को देश के विभिन्न राज्य में रोजगार प्रदान किया गया. शेष 40 प्रशिक्षनार्थियों का प्रशिक्षण अभी जारी है.
एमओयू पर जाहिर की प्रसन्नता
निदेशक (कार्मिक) विनय रंजन ने एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि झारखंड के युवाओं में अपार क्षमता है. आवश्यकता है तो सिर्फ उपयुक्त सुविधाओं और अवसर की, जिसे सीसीएल अपने सीएसआर योजनाओं के माध्यम से प्रदान कर रहा है. सिपेट रांची के निदेशक और प्रमुख ने प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्व में किये गये कौशल विकास प्रशिक्षण की जानकारी दी एवं वर्तमान में दिए गये लक्ष्य को प्राप्त करने का दृढ़ निश्चय किया.
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क्या कहते हैं महाप्रबंधक
महाप्रबंधक (सीएसआर) एके सिंह ने कहा कि सीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद के मार्गनिर्देंशन में कंपनी राज्य के विकास में अहम योगदान दे रहा है और कौशल विकास के विभिन्न प्रशिक्षण अपने कमांड क्षेत्रों में नियमित रूप से सीसीएल के सीएसआर योजना के अंतर्गत करवाया जा रहा है.
ये लोग रहे मौजूद
अवसर विशेष पर मुख्य प्रबंधक (सीएसआर), केए सुंदर, मुख्य प्रबंधक (सीएसआर), एसएस लाल और वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी, सिपेट बी श्रीकर, अभिषेक कुमार बक्शी, मिंटू कुमार समेत अन्य उपस्थित थे.