रांचीः इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से रमजान का पाक महीना शुरू हो चुका है. रमजान के इस पाक महीने में मुस्लिम समुदाय रोजा रख अल्लाह की इबादत करते हैं. रमजान की शुरुआत होते ही मुसलमानों में उत्साह देखने को मिलता है.
रोजा रखने वाले रोजेदार बताते हैं कि साल में एक बार रोजा रखने से हमें ईमान का धर्म निभाने की ताकत मिलती है. इंसान को बुरी चीजों से दूर रखती है, इसीलिए मुस्लिम समुदाय के लोग रमजान हर्षोल्लास से मनाते हैं. जिससे उनका ईमान हमेशा सच्चा रहे. वहीं, बढ़ती गर्मी और चिलचिलाती धूप में भूखे-प्यासे रहना रोजेदारों के लिए कहीं ना कहीं थोड़ी परेशानी का कारण जरूर बन रही है.
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रमजान के पाक महीने में मुस्लिम रोजा रखने से पहले सुबह में सहरी करते हैं. इसे "फज्र"की नमाज से पहले खाया जाता है. वहीं, रमजान के दिनों में रोजा खोलने के लिए खाए जाने वाला भोजन इफ्तार होता है. जिसे "मगरीब" की नमाज से पहले खाया जाता है.