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Weather Update Jharkhand: झारखंड में 11 सितंबर से फिर सक्रिय होगा मानसून, कई इलाकों में बारिश की संभावना

झारखंड में मानसून 11 सितंबर से फिर सक्रिय होगा. मौसम केंद्र रांची के मुताबित 10 और 11 सितंबर को राज्य के कुछेक इलाकों में ही बारिश की संभावना है.

Monsoon will be active again in Jharkhand from September 11
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 10, 2023, 6:27 PM IST

Updated : Sep 10, 2023, 7:12 PM IST

जानकारी देते प्रभारी निदेशक, मौसम केंद्र

रांची: झारखंड में अभी मानसूनी सिस्टम थोड़ा कमजोर हुआ है. मौसम केंद्र रांची के अनुसार 11 सितंबर को भी मानूसनी सिस्टम कमजोर रहेगा. इसके बाद 12 सितंबर से एक बार फिर मानसून के सक्रिय होने का पूर्वानुमान है.

इसे भी पढ़ें- झारखंड में मानसून सक्रिय: दो दिनों तक राज्यभर में अच्छी बारिश का पूर्वानुमान, वज्रपात की भी चेतावनी

इस दौरान फिर अच्छी वर्षा होने की उम्मीद है. अभी तक राज्य में सामान्य होने वाली वर्षा पात 882.2 MM की जगह 592.2 MM वर्षा हुई है जो सामान्य से 33 फीसदी कम है. राज्य के 24 में से चार जिलों सिमडेगा, साहिबगंज, गोड्डा और पूर्वी सिंहभूम में सामान्य या सामान्य के करीब वर्षा हुई है. वहीं चतरा जिले में सामान्य से बहुत कम वर्षा हुई है. बाकी के 19 जिलों में भी सामान्य से कम वर्षा हुई है.

अगस्त के अंत और सितंबर के शुरुआती दिनों में अच्छी वर्षाः झारखंड में मानसून के शुरुआती दिनों में खेती की स्थिति बेहद खराब थी. क्योंकि देर से मानसून के राज्य में दस्तक देने के साथ साथ वर्षा भी सामान्य से काफी कम हुई थी. इसके बाद अगस्त और सितंबर महीने में कई अंतराल में हुई अच्छी वर्षा से धीरे धीरे धान का आच्छादन बढ़ गया. ताजा आंकड़े के अनुसार राज्य में लक्ष्य के विपरित 60 प्रतिशत से ज्यादा आच्छादन हो चुका है. अन्य फसलों को मिलाकर भी आच्छादन 60 फीसदी से ऊपर चला गया है.

राज्य में अभी सामान्य से 33 प्रतिशत कम वर्षा- मौसम केंद्रः मौसम केंद्र रांची के अनुसार राज्य में अब तक सामान्यतः 882.2 MM की तुलना में 592.2 MM वर्षा हुई है, जो सामान्य से 33 प्रतिशत कम है. लेकिन प्रदेश के चार जिले सिमडेगा में -11, गोड्डा में +2, साहिबगंज में +8 और पूर्वी सिंहभूम में -19 प्रतिशत बारिश हुई है. बता दें कि +/- 19 प्रतिश तक की बारिश को सामान्य माना जाता है. इसी मानक के अनुसार इन चार जिलों में सामान्य बारिश हुई है.

चतरा में स्थिति विकट, बाकी 19 जिलों में भी कम वर्षाः राज्य में चतरा ऐसा जिला है जहां सबसे कम सामान्य से 63 फीसदी कम बारिश हुई है. वहीं गढ़वा में सामान्य से 36, पलामू में सामान्य से 41, लातेहार में सामान्य से 47, लोहरदगा में सामान्य से 43, गुमला में सामान्य से 50, हजारीबाग में सामान्य से 52, कोडरमा में सामान्य से 45 और रामगढ़ में सामान्य से 36 फीसदी बारिश हुई है. वहीं रांची में सामान्य से 35, खूंटी में सामान्य से 29, सरायकेला खरसावां में सामान्य से 20, पश्चिमी सिंहभूम में सामान्य से 23 प्रतिशत, गिरिडीह में सामान्य से 34, बोकारो में सामान्य से 21, धनबाद में सामान्य से 33, देवघर में सामान्य से 27, जामताड़ा में सामान्य से 37, दुमका में सामान्य से 32 और पाकुड़ में सामान्य से 39 फीसदी कम मानसूनी बारिश हुई है.

लक्ष्य के 60 फीसदी से अधिक धान की रोपनीः राज्य में अब मानसून के 19 दिन शेष बचे हैं. ऐसे में अगस्त के अंतिम दिनों और सितंबर के शुरुआती दिनों की अच्छी वर्षा से धान की रोपनी बढ़ी है. 18 लाख हेक्टेयर लक्ष्य के सामने 10 लाख 69 हजार 627 हेक्टेयर में धान की रोपनी हो चुकी है जो 60 प्रतिशत के करीब है. इन आंकड़ों के बीच पलामू में सिर्फ 10.33 प्रतिशत, कोडरमा में 13, धनबाद में 16, बोकारो में 14, चतरा में 17 और गढ़वा में 27 प्रतिशत के करीब ही धान की रोपनी हो सकी है.

अन्य फसलों के आच्छादन की स्थितिः राज्य में करीब 28 लाख 27 हजार हेक्टेयर में खरीफ फसलों की खेती होती है. जिसमें से 16 लाख 74 हजार 216 हेक्टेयर में आच्छादन हो चुका है जो कुल लक्ष्य कक 59.21 प्रतिशत है. फसल के हिसाब से देंखे तो राज्य में 3 लाख 12 हजार 560 हेक्टेयर में मक्का की खरीफ फसल के रूप में खेती की जाती है. इसमें से 2 लाख 27 हजार 064 हेक्टेयर में आच्छादन हुआ है जो सामान्य का 70 प्रतिशत है.

इसी प्रकार राज्य में 06 लाख 12 हजार 900 हेक्टेयर में दलहन की खेती होती है. इसमें 03 लाख 22 हजार 12 हेक्टेयर यानी 52.54 प्रतिशत आच्छादन हुआ है. वहीं तिलहन में 60 हजार हेक्टेयर में से 27 हजार 727 हेक्टेयर यानी 46.21 फीसदी आच्छादन हुआ है.

जानकारी देते प्रभारी निदेशक, मौसम केंद्र

रांची: झारखंड में अभी मानसूनी सिस्टम थोड़ा कमजोर हुआ है. मौसम केंद्र रांची के अनुसार 11 सितंबर को भी मानूसनी सिस्टम कमजोर रहेगा. इसके बाद 12 सितंबर से एक बार फिर मानसून के सक्रिय होने का पूर्वानुमान है.

इसे भी पढ़ें- झारखंड में मानसून सक्रिय: दो दिनों तक राज्यभर में अच्छी बारिश का पूर्वानुमान, वज्रपात की भी चेतावनी

इस दौरान फिर अच्छी वर्षा होने की उम्मीद है. अभी तक राज्य में सामान्य होने वाली वर्षा पात 882.2 MM की जगह 592.2 MM वर्षा हुई है जो सामान्य से 33 फीसदी कम है. राज्य के 24 में से चार जिलों सिमडेगा, साहिबगंज, गोड्डा और पूर्वी सिंहभूम में सामान्य या सामान्य के करीब वर्षा हुई है. वहीं चतरा जिले में सामान्य से बहुत कम वर्षा हुई है. बाकी के 19 जिलों में भी सामान्य से कम वर्षा हुई है.

अगस्त के अंत और सितंबर के शुरुआती दिनों में अच्छी वर्षाः झारखंड में मानसून के शुरुआती दिनों में खेती की स्थिति बेहद खराब थी. क्योंकि देर से मानसून के राज्य में दस्तक देने के साथ साथ वर्षा भी सामान्य से काफी कम हुई थी. इसके बाद अगस्त और सितंबर महीने में कई अंतराल में हुई अच्छी वर्षा से धीरे धीरे धान का आच्छादन बढ़ गया. ताजा आंकड़े के अनुसार राज्य में लक्ष्य के विपरित 60 प्रतिशत से ज्यादा आच्छादन हो चुका है. अन्य फसलों को मिलाकर भी आच्छादन 60 फीसदी से ऊपर चला गया है.

राज्य में अभी सामान्य से 33 प्रतिशत कम वर्षा- मौसम केंद्रः मौसम केंद्र रांची के अनुसार राज्य में अब तक सामान्यतः 882.2 MM की तुलना में 592.2 MM वर्षा हुई है, जो सामान्य से 33 प्रतिशत कम है. लेकिन प्रदेश के चार जिले सिमडेगा में -11, गोड्डा में +2, साहिबगंज में +8 और पूर्वी सिंहभूम में -19 प्रतिशत बारिश हुई है. बता दें कि +/- 19 प्रतिश तक की बारिश को सामान्य माना जाता है. इसी मानक के अनुसार इन चार जिलों में सामान्य बारिश हुई है.

चतरा में स्थिति विकट, बाकी 19 जिलों में भी कम वर्षाः राज्य में चतरा ऐसा जिला है जहां सबसे कम सामान्य से 63 फीसदी कम बारिश हुई है. वहीं गढ़वा में सामान्य से 36, पलामू में सामान्य से 41, लातेहार में सामान्य से 47, लोहरदगा में सामान्य से 43, गुमला में सामान्य से 50, हजारीबाग में सामान्य से 52, कोडरमा में सामान्य से 45 और रामगढ़ में सामान्य से 36 फीसदी बारिश हुई है. वहीं रांची में सामान्य से 35, खूंटी में सामान्य से 29, सरायकेला खरसावां में सामान्य से 20, पश्चिमी सिंहभूम में सामान्य से 23 प्रतिशत, गिरिडीह में सामान्य से 34, बोकारो में सामान्य से 21, धनबाद में सामान्य से 33, देवघर में सामान्य से 27, जामताड़ा में सामान्य से 37, दुमका में सामान्य से 32 और पाकुड़ में सामान्य से 39 फीसदी कम मानसूनी बारिश हुई है.

लक्ष्य के 60 फीसदी से अधिक धान की रोपनीः राज्य में अब मानसून के 19 दिन शेष बचे हैं. ऐसे में अगस्त के अंतिम दिनों और सितंबर के शुरुआती दिनों की अच्छी वर्षा से धान की रोपनी बढ़ी है. 18 लाख हेक्टेयर लक्ष्य के सामने 10 लाख 69 हजार 627 हेक्टेयर में धान की रोपनी हो चुकी है जो 60 प्रतिशत के करीब है. इन आंकड़ों के बीच पलामू में सिर्फ 10.33 प्रतिशत, कोडरमा में 13, धनबाद में 16, बोकारो में 14, चतरा में 17 और गढ़वा में 27 प्रतिशत के करीब ही धान की रोपनी हो सकी है.

अन्य फसलों के आच्छादन की स्थितिः राज्य में करीब 28 लाख 27 हजार हेक्टेयर में खरीफ फसलों की खेती होती है. जिसमें से 16 लाख 74 हजार 216 हेक्टेयर में आच्छादन हो चुका है जो कुल लक्ष्य कक 59.21 प्रतिशत है. फसल के हिसाब से देंखे तो राज्य में 3 लाख 12 हजार 560 हेक्टेयर में मक्का की खरीफ फसल के रूप में खेती की जाती है. इसमें से 2 लाख 27 हजार 064 हेक्टेयर में आच्छादन हुआ है जो सामान्य का 70 प्रतिशत है.

इसी प्रकार राज्य में 06 लाख 12 हजार 900 हेक्टेयर में दलहन की खेती होती है. इसमें 03 लाख 22 हजार 12 हेक्टेयर यानी 52.54 प्रतिशत आच्छादन हुआ है. वहीं तिलहन में 60 हजार हेक्टेयर में से 27 हजार 727 हेक्टेयर यानी 46.21 फीसदी आच्छादन हुआ है.

Last Updated : Sep 10, 2023, 7:12 PM IST
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