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पंकज मिश्रा का कराया गया अल्ट्रासाउंड, नशे के तौर पर लेते थे दर्द का इंजेक्शन

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी पंकज मिश्रा का अल्ट्रासाउंड कराया गया (Pankaj Mishra underwent ultrasound in RIMS). शनिवार शाम को पेट दर्द की शिकायत पर उन्हें फौरन रिम्स में भर्ती कराया गया था और सोमवार को अल्ट्रासाउंड कराया गया. फिलहाल डॉक्टर रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. मालमू हो काफी दिनों से उन्हें दर्द की परेशानी है, जिसके लिए डॉक्टर ने उन्हें एक इंजेक्शन लेने को कहा था. जिसे बाद में पंकज मिश्रा नशे के तौर पर लेने लग गए.

Pankaj Mishra underwent ultrasound in RIMS
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी पंकज मिश्रा
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Published : Jan 2, 2023, 8:38 PM IST

रांची: हजार करोड़ से भी ज्यादा मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा (Money laundering accused Pankaj Mishra) की आफत कम होती नजर नहीं आ रही है. पहले वह वित्तीय अनियमितता के कारण ईडी के रडार पर आए तो अब बीमारी की वजह से लगातार चर्चा में बने हुए हैं. पंकज मिश्रा के बिगड़ते स्वास्थ को देखते हुए शनिवार की देर शाम उन्हें रिम्स लाया गया, जहां वे सर्जरी विभाग के डॉक्टर मृत्युंजय सरावगी की देखरेख में हैं.



ये भी पढ़ें: रिम्स में कड़ी निगरानी में है पंकज मिश्रा, बिना इजाजत मिलने वालों पर होगी कार्रवाई


कराया गया अल्ट्रासाउंड: पिछले कई महीनों से पंकज मिश्रा का इलाज रिम्स के पेइंग वार्ड में चल रहा था, लेकिन जब उनकी शारीरिक स्थिति में सुधार आई तो उन्हें मानसिक समस्या आने लगी. इसके बाद उन्हें सीआईपी अस्पताल में रेफर कर दिया गया. सीआईपी अस्पताल में करीब 15 दिनों तक इलाज चलने के बाद पंकज मिश्रा को दोबारा जेल शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन जेल जाने के बाद फिर उन्हें पेट में दर्द और यूरिन में इंफेक्शन की शिकायत आई, जिसको लेकर शनिवार की देर शाम उन्हें आनन-फानन में रिम्स अस्पताल लाया गया. रिम्स में पंकज मिश्रा के भर्ती होने के बाद सोमवार को उनका अल्ट्रासाउंड कराया गया. अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट फिलहाल नहीं आई है. रिम्स के जांच घर में ही पंकज का अल्ट्रासाउंड कराया गया है (Pankaj Mishra underwent ultrasound in RIMS), जैसे ही रिपोर्ट आएगी, उसके बाद डॉ मृत्युंजय सरावगी की निगरानी में उनका आगे का इलाज किया जाएगा.

इंजेक्शन लेने के आदि हैं पंकज मिश्रा: दरअसल, पंकज मिश्रा को सालों से दर्द की परेशानी थी. इसे लेकर चिकित्सकों ने उन्हें इंजेक्शन प्रिसक्राइब किया था, लेकिन पंकज मिश्रा उस इंजेक्शन का आदि हो गया. जिसके बाद उसे नशे के रूप में उपयोग किया जाने लगा. जिसके साइड इफेक्ट से पंकज मिश्रा की तबीयत और भी बिगड़ने लगी. पंकज मिश्रा की इस लत को छुड़ाने के लिए डॉक्टरों ने उन्हें मानसिक चिकित्सकों के पास भेजा था, ताकि काउंसलिंग के बाद पंकज की दर्द के इंजेक्शन लेने की आदत समाप्त हो सके. वहीं, रिम्स अस्पताल पहुंचने के बाद पंकज मिश्रा पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. पंकज मिश्रा की सारी गतिविधियों पर पुलिस और ईडी ने नजर बना कर रखी है, ताकि अस्पताल में पंकज मिश्रा नियम के विरुद्ध किसी से, खासकर अपने सहयोगियों से बात ना कर सके.

ईडी ने भेजा था जेल: पंकज मिश्रा को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार कर ईडी ने जेल भेजा था, जिसके बाद पंकज मिश्रा हमेशा ही अपनी आदतों और सरकार के करीबी होने की वजह से रिम्स में रहने के बाद चर्चा में बने रहे. बता दें कि पंकज मिश्रा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि भी हैं. इसलिए अधिकारियों और सरकार के लोगों में उनकी काफी पकड़ है, जिसे लेकर विपक्ष के तरफ से भी कई आरोप सरकार और रिम्स प्रबंधन पर लगाए गए थे.

रांची: हजार करोड़ से भी ज्यादा मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा (Money laundering accused Pankaj Mishra) की आफत कम होती नजर नहीं आ रही है. पहले वह वित्तीय अनियमितता के कारण ईडी के रडार पर आए तो अब बीमारी की वजह से लगातार चर्चा में बने हुए हैं. पंकज मिश्रा के बिगड़ते स्वास्थ को देखते हुए शनिवार की देर शाम उन्हें रिम्स लाया गया, जहां वे सर्जरी विभाग के डॉक्टर मृत्युंजय सरावगी की देखरेख में हैं.



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कराया गया अल्ट्रासाउंड: पिछले कई महीनों से पंकज मिश्रा का इलाज रिम्स के पेइंग वार्ड में चल रहा था, लेकिन जब उनकी शारीरिक स्थिति में सुधार आई तो उन्हें मानसिक समस्या आने लगी. इसके बाद उन्हें सीआईपी अस्पताल में रेफर कर दिया गया. सीआईपी अस्पताल में करीब 15 दिनों तक इलाज चलने के बाद पंकज मिश्रा को दोबारा जेल शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन जेल जाने के बाद फिर उन्हें पेट में दर्द और यूरिन में इंफेक्शन की शिकायत आई, जिसको लेकर शनिवार की देर शाम उन्हें आनन-फानन में रिम्स अस्पताल लाया गया. रिम्स में पंकज मिश्रा के भर्ती होने के बाद सोमवार को उनका अल्ट्रासाउंड कराया गया. अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट फिलहाल नहीं आई है. रिम्स के जांच घर में ही पंकज का अल्ट्रासाउंड कराया गया है (Pankaj Mishra underwent ultrasound in RIMS), जैसे ही रिपोर्ट आएगी, उसके बाद डॉ मृत्युंजय सरावगी की निगरानी में उनका आगे का इलाज किया जाएगा.

इंजेक्शन लेने के आदि हैं पंकज मिश्रा: दरअसल, पंकज मिश्रा को सालों से दर्द की परेशानी थी. इसे लेकर चिकित्सकों ने उन्हें इंजेक्शन प्रिसक्राइब किया था, लेकिन पंकज मिश्रा उस इंजेक्शन का आदि हो गया. जिसके बाद उसे नशे के रूप में उपयोग किया जाने लगा. जिसके साइड इफेक्ट से पंकज मिश्रा की तबीयत और भी बिगड़ने लगी. पंकज मिश्रा की इस लत को छुड़ाने के लिए डॉक्टरों ने उन्हें मानसिक चिकित्सकों के पास भेजा था, ताकि काउंसलिंग के बाद पंकज की दर्द के इंजेक्शन लेने की आदत समाप्त हो सके. वहीं, रिम्स अस्पताल पहुंचने के बाद पंकज मिश्रा पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. पंकज मिश्रा की सारी गतिविधियों पर पुलिस और ईडी ने नजर बना कर रखी है, ताकि अस्पताल में पंकज मिश्रा नियम के विरुद्ध किसी से, खासकर अपने सहयोगियों से बात ना कर सके.

ईडी ने भेजा था जेल: पंकज मिश्रा को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार कर ईडी ने जेल भेजा था, जिसके बाद पंकज मिश्रा हमेशा ही अपनी आदतों और सरकार के करीबी होने की वजह से रिम्स में रहने के बाद चर्चा में बने रहे. बता दें कि पंकज मिश्रा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि भी हैं. इसलिए अधिकारियों और सरकार के लोगों में उनकी काफी पकड़ है, जिसे लेकर विपक्ष के तरफ से भी कई आरोप सरकार और रिम्स प्रबंधन पर लगाए गए थे.

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