रांचीः शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर चेन्नई से शुक्रवार सुबह जैसे ही रांची एयरपोर्ट लाया गया, लोग शोकाकुल हो उठे. एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि देने के बाद तिरंगा में लिपटा जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर झारखंड विधानसभा लाया गया. जहां स्पीकर, सीएम समेत विधानसभा के सदस्यों ने जगरनाथ महतो को श्रद्धांजलि अर्पित की.
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विधानसभा परिसर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, कृषि मंत्री बादल, मंत्री चंपई सोरेन, मंत्री हफीजुल अंसारी सहित कई विधायकों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर अंतिम विदाई दी. श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में केन्द्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, विधायक सरयू राय, विधायक प्रदीप यादव, विधायक इरफान अंसारी, दीपिका पांडे सिंह, विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, विधायक मनीष जयसवाल, विधायक मथुरा महतो के अलावा राज्य सरकार के मुख्य सचिव, डीजीपी और विभिन्न विभागों के सचिव शामिल हुए. इस मौके पर जगरनाथ महतो अमर रहे का नारा लगाकर लोगों ने टाइगर को अंतिम विदाई दी.
गम में डूबा रहा विधानसभा परिसरः शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर विधानसभा लाया गया तो माहौल बेहद ही गमगीन हो उठा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन काफी उदास नजर आए और बार-बार अपने सलाहकार और विधानसभाध्यक्ष रबीद्र नाथ महतों से बातचीत कर अंतिम संस्कार की तैयारियों के बारे में जान रहे थे. मुख्यमंत्री जगरनाथ महतो के अंत्येष्टि कार्यक्रम में भी भाग लेंगे. इधर अपने सदस्य को खोने के गम में डूबे विधानसभा के सभी सदस्य और अधिकारी बेहद ही दुखी दिखे. इस दौरान लोगों ने बारी बारी से श्रद्धा सुमन अर्पित की.
विधानसभाध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो ने जगरनाथ महतो के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके असमय जाने से झारखंड में राजनीतिक शून्यता आ गई है, जिसे पाटना बेहद ही मुश्किल है. हम दुख की इस घड़ी में शोकाकुल परिवार के साथ हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं की उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार को संबल प्रदान करें. इधर केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने जगरनाथ महतो के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वे बेबाकी से सदन के अंदर और सदन के बाहर अपनी बातों को रखने के लिए जाने जाते थे. कई बार शिक्षा विभाग से जुड़ी बातों पर हमारे और उनके बीच बातचीत होती रहती थी, वह पूरी स्पष्टता के साथ चीजों को रखने वाले इंसान थे. शायद यही वजह है कि उनकी पहचान राजनीति के क्षेत्र में एक खास बन गई थी और लोग उन्हें टाइगर के रूप में कहते थे. इनके असमय निधन से झारखंड को अपूरणीय क्षति हुई है.
कांग्रेस विधायक दीपिका पांडे सिंह ने जगरनाथ महतो के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि सदन के अंदर जिस तरह से वे अपने विभाग के सवालों का जवाब देते थे उसी से झलकता है कि वह किस तरह के इंसान थे. वो स्पष्टता के साथ विचारों को रखने के लिए जाने जाते थे. उन्होंने अपने कार्यकाल में जो कार्य किए सरकार उन्हें आगे बढ़ाने का काम करेगा और उनके अधूरे सपनों को पूरा करने का काम किया जाएगा. विधानसभा में श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर झारखंड मुक्ति मोर्चा कार्यालय के लिए रवाना हुआ, जहां उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद बोकारो के लिए भेजा जाएगा.