रांची: छात्र संगठनों के झारखंड बंद का रांची में मिला जुला असर देखने को मिल रहा है. विधि व्यवस्था को सामान्य बनाए रखने के लिए खुद किशोर कौशल ने खुद मोर्चा संभाल रखा है. अल्बर्ट एक्का चौक पर पहुंचे सीनियर एसपी किशोर कौशल ने कहा कि अभी तक स्थिति सामान्य है. विधि व्यवस्था को बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल और अधिकारियों की तैनाती की गई है. बड़ी संख्या में दंडाधिकारी भी जगह-जगह पर तैनात हैं.
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मोरहाबादी में पुलिस का लाठी चार्ज: रांची के मोराबादी मैदान में सब्जी दुकानदारों को जबरन हटा रहे बंद समर्थकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. सुबह में पुलिस ने बंद समर्थकों को मोराबादी मैदान से खदेड़ दिया था, लेकिन दोपहर होते ही वे दोबारा मोराबादी मैदान पहुंच गए और वहां पर दुकानदारों के साथ अभद्र व्यवहार करने लगे. जबरदस्ती दुकानों को बंद करवाने लगे, उसी समय ऐन मौके पर रांची के सिटी डीएसपी दीपक कुमार के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम पहुंच गई और छात्रों को वहां से शांतिपूर्ण तरीके से जाने को कहा लेकिन छात्र हंगामा करने लगे जिसके बाद पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ दिया.
लाठीचार्ज होते ही बंद समर्थक भागने लगे, कुछ को पुलिस ने इस दौरान जमकर पीटा. पुलिस के कड़े तेवर देख कर अधिकांश बंद समर्थक भाग खड़े हुए, वहीं दस से ज्यादा को पुलिस ने हिरासत में लेकर कैंप जेल भेज दिया. रांची के सिटी डीएसपी दीपक कुमार ने बताया कि मोराबादी मैदान में सुबह से ही बंद समर्थक लगातार दुकानदारों को डराने धमकाने का काम कर रहे थे, यहां तक की कई सब्जी वालों की सब्जियां भी फेंक दी गयी थी. पुलिस के लाख समझाने के बावजूद जब बंद समर्थक नहीं माने तब उन पर हल्का बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ा गया.
बूटी मोड़ में भी खदेड़े गए बंद समर्थक: वहीं दूसरी तरफ रांची के बूटी मोड़ के पास भी बंद समर्थकों ने सड़क को अवरुद्ध कर जाम लगाने की कोशिश की, मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने सड़क जाम कर रहे बंद समर्थकों को बल प्रयोग कर खदेड़ा.
वरीय आरक्षी अधीक्षक किशोर कौशल ने बताया कि कुछ इलाकों में जबरदस्ती बंद कराने की कोशिश की गई थी, जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया है. कुछ अलग-अलग स्थानों पर जबरन बंद कराने की कोशिश कर रहे बंद समर्थकों को हिरासत में भी लिया गया है. सीनियर एसपी ने कहा कि अभी तक पूरे जिले से 30 बंद समर्थकों को हिरासत में लिया गया है.
रेलवे स्टेशन-बस स्टैंड पर विधि व्यवस्था सामान्य: वरीय आरक्षी अधीक्षक किशोर कौशल ने बताया कि पूरे राजधानी में स्थिति सामान्य है, गाड़ियों का परिचालन सामान्य है. रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भी स्थिति सामान्य है, बावजूद इसके दोनों जगहों पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है.
झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन ने अपने तीन दिवसीय महाआंदोलन के तीसरे दिन झारखंड बंद का आह्वान किया है. इस बंद को कई छात्र संगठन और सामाजिक संगठनों का भी समर्थन प्राप्त है. छात्र संगठनों का कहना है कि वर्तमान 60-40 नियोजन नीति को झारखंड के मूलवासी और आदिवासी छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ है. छात्र नेताओं का कहना है कि सरकार को यहां के छात्रों के हित को देखते हुए नियोजन नीति और स्थानीय नीति बनानी चाहिए. जब तक नियोजन नीति नहीं बन जाती तब तक बहाली प्रक्रिया को रोक देने की मांग छात्र कर रहे हैं.
झारखंड निर्माण के समय से ही नियोजन नीति और स्थानीय नीति विवाद में रहा है. झारखंड के आदिवासी मूलवासी संगठनों से जुड़े लोगों का आरोप है कि झारखंड में जो भी नौकरियां निकलती है उसमें यहां के स्थानीय लोगों की हकमारी हो जाती है और बाहरी लोग नौकरी पा जाते हैं. अब जब हेमंत सोरेन सरकार 60-40 नियोजन नीति से नियुक्तियां करने जा रही है तो एक बार फिर यह मुद्दा गरमाया हुआ है.