रांची: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) में जनजातीय कला और शिल्प में पीजी डिप्लोमा की डिग्री में ग्रेडिंग का उल्लेख नहीं था. जहां ग्रेडिंग को दर्ज करना था. वह स्थान ही खाली था. दरअसल, राज्यपाल के हाथों इस शिक्षण संस्थान के विद्यार्थियों को दीक्षांत समारोह के दौरान सम्मानित किया जा रहा था, लेकिन सर्टिफिकेट में ग्रेडिंग दर्ज ही नहीं की गई थी.
दीक्षांत समारोह का आयोजन
ग्रेडिंग दर्ज नहीं करने से विद्यार्थी भी हैरान थे. दीक्षांत समारोह के दौरान बैठे छात्र आपस में इसे लेकर चर्चा भी कर रहे थे. उनका कहना था कि सर्टिफिकेट का क्या मतलब जब इसमें ग्रेडिंग दर्ज नहीं की गई है. दीक्षांत समारोह के दौरान 15 विद्यार्थियों में से छह को ए प्लस, आठ को ए और एक विद्यार्थी को बी ग्रेड देना था.
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सर्टिफिकेट में ग्रेड का उल्लेख
हालांकि आईजीएनसीए के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. सच्चिदानंद जोशी के ने कहा कि सर्टिफिकेट में ग्रेड का उल्लेख किया जाएगा. सभी छात्रों से सर्टिफिकेट वापस लेकर ग्रेड दर्ज किया जाएगा. सर्टिफिकेट में लिपिकीय त्रुटि के कारण ग्रेड दर्ज नहीं हो सका था. गौरतलब है कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र का यह पहला दीक्षांत समारोह था. रांची विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में आयोजित दीक्षांत समारोह में 15 विद्यार्थियों को राज्यपाल ने डिग्रियां देकर सम्मानित भी किया लेकिन डिग्रियों में ही त्रुटियां रह गई. मामले को लेकर संस्थान ने इसे सुधारने की बात कही है.