रांचीः क्रिकेट के बाद अब खेती-किसानी के मैदान पर भी धोनी एक के बाद एक रिकॉर्ड अपने नाम कर रहे हैं. धोनी ने पूर्वी भारत के सर्वश्रेष्ठ गोपालक का सम्मान अपने नाम कर लिया है. उन्हें यह अवार्ड बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (BAU) में चल रहे किसान मेले में दिया गया. यहां पूर्वी भारत के किसान और गो पालक जुटे हैं.
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धोनी के प्रतिनिधि के रूप कुणाल गौरव ने लिया सम्मान
यह सम्मान झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने धोनी के प्रतिनिधि के रूप में उनके कर्मचारी कुणाल गौरव को दिया. उन्होंने बताया कि यह उनके लिए गौरव का क्षण है. उन्होंने बताया कि धोनी इन गायों से बहुत प्यार करते हैं, वे जब यहां होते हैं तो दिन में एक बार इनके पास जरूर आते हैं.
73 गायों का पालन
पुरस्कार लेने के बाद कुणाल गौरव ने बताया कि धोनी अभी 73 गायों का पालन कर रहे हैं, इनमें फ्रेजियन और साहिवाल नस्ल की गाय हैं, इन्हें पंजाब से लाया गया है. इनसे रोजाना लगभग 400 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है. गायों का सारा दूध काउंटर से ही बेचा जाता है. रांची के लालपुर में ईज फार्म से ही दूध बेचा जाता है, फ्रेजियन नस्ल की गाय का दूध 55 रुपये लीटर और साहिवाल नस्ल की गाय का दूध 85 रुपये लीटर होम डिलीवरी किया जा रहा है.
गायों की सेवा भी करते हैं धोनी
गौरव ने बताया कि धोनी गायों की सेवा भी करते हैं, उनके खानपान और उनको दी जाने वाली डोज पर भी खास नजर रखते हैं, यहां तक की दूध के एक-एक लीटर का हिसाब भी रखते हैं, धोनी के खटाल में 300 गायों को रखने की जगह है, इसके अलावा धोनी गाय की एक बेहतर ब्रीड भी तैयार कराने में लगे हैं, उनके खटाल के सूत्रों की मानें तो वे ये ब्रीड यहां के किसानों को भी उपलब्ध कराया जाएगा.
दुबई भेजेंगे सब्जी
दूध के अलावा धोनी ऑर्गेनिक सब्जी की खेती भी कर रहे हैं. इसमें मुख्य रूप से गोभी, ब्रोकली, पपीता, आलू, मटर, टमाटर, स्ट्रॉबेरी आदि की बड़े पैमाने पर खेती हो रही है. धोनी इसे लोकल बाजार के साथ विदेश में भी बेचने की तैयारी कर रहे हैं. झारखंड सरकार की मदद से दुबई के एक्सपोर्टर से बात भी फाइनल हो गई है, बहुत जल्द इसकी ट्रांसपोर्टिंग भी शुरू हो जाएगी.