रांचीः जैन धर्मावलंबियों के सबसे पवित्र स्थानों में से एक पारसनाथ यानी सम्मेद शिखर जी के जैन मुनियों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी का मामला दिल्ली पुलिस के पास पहुंच गया है. सत्ताधारी दल झामुमो के विधायक लोबिन हेंब्रम पर राहुल जैन नामक शख्स ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है. राहुल जैन का आरोप है कि 10 जनवरी को पारसनाथ में महाजुटान के दौरान जैन मुनियों के निर्वस्त्र होकर परिक्रमा पर धार्मिक भावना को भड़काने वाली टिप्पणी की थी. आपत्तिजनक भाषा का भी इस्तेमाल किया था. उन्होंने लोबिन हेंब्रम पर केस दर्ज करने की मांग की है. इस मसले पर हमारे ब्यूरो चीफ राजेश कुमार सिंह ने झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम से बात की.
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लोबिन ने दी सफाईः झामुमो विधायक ने कहा कि जैन मुनियों के खिलाफ जो भी बातें कही गईं, उसका मकसद किसी के दिल को ठेस पहुंचाने का नहीं था. हमलोग आदिवासी हैं. हम लोग असंसदीय शब्द कभी नहीं बोलते हैं. जो बोलता है उसपर जुर्माना करते हैं. जैन मुनि अपने मंदिर में क्या करते हैं, उसपर किसी तरह की आपत्ति नहीं है. उनकी आपत्ति इस बात पर है कि जैन मुनि निर्वस्त्र परिक्रमा करते हैं. उस दायरे में कई गांव आते हैं. यह अच्छी बात नहीं है. इसी बात को लेकर उन्होंने वस्त्र पहनाने की बात कही थी.
जारी रहेगा आंदोलनः लेबिन हेंब्रम ने कहा कि यह समझना चाहिए कि आखिर आदिवासी और जैनियों को कौन लड़वा रहा है. दोनों समाज वर्षों से शांतिपूर्वक साथ रहते आ रहा है. यह तुरंत की घटना नहीं है. अब सवाल है कि अचानक क्यों विवाद हो गया. उनसे पूछा गया कि अगर आपके बयान से जैन समाज को ठेस पहुंचा है तो क्या आप अपने बयान पर खेद प्रकट करना चाहेंगे. इसपर उन्होंने गोलमोल जवाब दिया. उन्होंने कहा कि विवाद को सुलझाना राज्य सरकार का काम है लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है. लिहाजा, मरांगबुरू की आस्था को लेकर आंदोलन जारी रहेगा.
सुदिव्य सोनू कर रहे हैं राजनीतिः झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम ने खुलकर गिरिडीह के झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि वह किस आधार पर कह रहे हैं कि महाजुटान से पहले ही मामले का पटाक्षेप हो गया है. अगर ऐसा होता तो फिर लोग पारसनाथ में क्यों जुटते. लोबिन हेंब्रम का कहना है कि सुदिव्य सोनू राजनीति कर रहे हैं. लोगों को गुमराह कर रहे हैं. पारसनाथ के मरांग बुरू से आदिवासियों की आस्था जुड़ी है. अगर विवाद को लेकर मीटिंग हुई थी तो उसका क्या नतीजा निकला. उस मीटिंग में स्थानीय लोगों को क्यों शामिल नहीं किया गया.
सम्मेद शिखर पर जाकर अपशब्द कहना गलतः झामुमो विधायक को ईटीवी भारत की तरफ से एक वायरल वीडियो की जानकारी दी गई. वीडियो में एक शख्स, साधना कर रहे जैन मुनि के सामने बैठकर अभद्र बातें करता दिख रहा है. लोबिन हेंब्रम से पूछा गया कि 10 जनवरी को महाजुटान के दौरान जैन मुनियों के खिलाफ जनप्रतिनिधियों की टिप्पणी को इससे जोड़कर क्यों नहीं देखना चाहिए. इसपर उन्होंने कहा कि किसने क्या कहा है, मुझे नहीं मालूम. अगर धार्मिक स्थल पर जाकर ऐसा किसी ने कहा है तो यह गलत है.