रांची: रिमांड अवधि खत्म होने के बाद शराब घोटाला मामले के आरोपी योगेन्द्र तिवारी को ईडी की टीम ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया. जिसके बाद योगेंद्र तिवारी को जेल भेज दिया गया. बता दें कि शराब घोटाला मामले में योगेन्द्र तिवारी को पुलिस ने 19 अक्टूबर 2023 को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद पूछताछ के लिए 21 अक्टूबर को ईडी ने उन्हें हिरासत में ले लिया. इसके बाद ईडी ने स्पेशल कोर्ट से योगेंद्र तिवारी की 14 दिनों की रिमांड की मांग की. जिसके बाद कोर्ट ने ईडी को आठ दिनों की रिमांड अवधि प्रदान की.
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बताया जा रहा है कि आठ दिनों तक कड़ी पूछताछ के बाद ईडी की टीम को कई अहम जानकारियां मिलीं. जिसके आधार पर कोर्ट ने एक बार फिर 6 दिन की रिमांड अवधि दे दी. योगेंद्र तिवारी की 14 दिनों की रिमांड अवधि 3 नवंबर को समाप्त हो गई. जिसके बाद ईडी ने योगेंद्र तिवारी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया. योगेन्द्र तिवारी के खिलाफ देवघर, जामताड़ा समेत संताल परगना के कई जिलों में अवैध तरीके से शराब का कारोबार करने का मामला दर्ज किया गया है. इसके अलावा फर्जी दस्तावेजों पर शराब का टेंडर लेने और अवैध रूप से शराब बेचकर पैसा कमाने का भी आरोप है.
कई लोगों से योगेंद्र तिवारी के संबंध: योगेन्द्र तिवारी का संबंध पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश से भी बताया जाता है. इसके अलावा ईडी की रडार पर आये कई आरोपियों से भी योगेन्द्र तिवारी के संबंध बताये जा रहे हैं. फर्जी दस्तावेज और गलत तरीके से टैक्स चोरी के आरोप में आयकर विभाग ने भी योगेन्द्र तिवारी के खिलाफ कार्रवाई की थी. आरोपी योगेन्द्र तिवारी की गिरफ्तारी के बाद जमकर राजनीतिक बयानबाजी हुई. सत्ताधारी दल में शामिल झामुमो ने बाबूलाल मरांडी के किसी करीबी से भी योगेन्द्र तिवारी के रिश्ते का खुलासा किया है.