रांची: राजधानी के बेड़ो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भगवान भरोसे चल रहा है. यहां के डॉक्टर अपने रोस्टर के अनुसार कार्य नहीं कर रहे हैं. यहां पदस्थापित डॉक्टर समय पर उपस्थित नहीं रहने से आमजनों में आक्रोश है.
रांची-गुमला मुख्य मार्ग के चौली पतरा के समीप अज्ञात वाहन की चपेट में आने से एक मोटरसाइकिल सवार गंभीर रूप से घायल हो गया था. घटना के बाद आसपास के लोगों ने घायल को इलाज के लिए बेड़ो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया, जहां डॉक्टर के नहीं रहने की वजह से लोगों ने हंगामा किया. बाद में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ विनीता प्रसाद ने तत्काल दूसरे डॉक्टर को बुलाकर घायल का इलाज करवाया.
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मरीजों की बढ़ रही समस्या
बता दें कि इस अस्पताल में दूर-दूर से लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं. इस स्थिति में अस्पताल में डॉक्टरों के नहीं रहने से मरीजों की मौत भी हो सकती है, जिसकी जिम्मेवारी आखिर कौन लेगा. इस संदर्भ में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी विनीता प्रसाद ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पांच डॉक्टरों को कोविड-19 में डेपुटेशन किए जाने के बाद यहां लगातार डॉक्टरों के नहीं रहने की समस्या आ रही है. अभी इसे उप स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर के सहयोग से चलाया जा रहा है, लेकिन तुको उप केंद्र में पदस्थापित डॉक्टरों के नाइट ड्यूटी करने से इंकार करने के कारण अन्य डॉक्टर भी सहयोग नहीं दे रहे हैं, जिसकी सूचना उन्होंने सिविल सर्जन रांची को दी है.
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि इस अव्यवस्था में अन्य डॉक्टरों को 24 घंटे की ड्यूटी करनी पड़ रही है. इतने बड़े सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में केवल दो ही डॉक्टर पदस्थापित हैं, जिनमें से डॉ सागर तिर्की और डॉ विनीता प्रसाद शामिल है. विधायक प्रतिनिधि मुदस्सिर हक ने कहा कि जिस डॉक्टर को ड्यूटी नहीं करना है. हस्तांतरित कराकर यहां से चले जाएं, स्वास्थ केंद्र में अगर रहना है तो ड्यूटी करना होगा.