रांची: झारखंड के पलामू में एक महिला ने अपने तीन बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली. इस घटना के बारे में कहा जा रहा है है कि महिला मनीता 20 दिनों पहले अपने घर से बाहर निकली थी. इसके बाद वह घर नहीं लौटी. आज उसका शव रेलवे ट्रैक पर बरामद हुआ. कहा जा रहा है कि आत्महत्या से पहले महिला ने बच्चों को कुछ नमकीन खिलाया था जो उसके शव के पास पड़ा हुआ मिला. हालांकि पुलिस अभी तक ये पता नहीं लगा पाई है कि आखिर महिला ने इस तरह का खौफनाक कदम क्यों उठाया.
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धनबाद में आत्महत्या: ये पहली बार नहीं है जब झारखंड में किसी ने अपने परिवार के साथ आत्महत्या की हो या फिर करने की कोशिश की हो. 21 फरवरी 2023 को धनबाद जिले में एक ही परिवार के चार लोगों ने आत्महत्या करने की कोशिश की थी. जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस मामले में इलाजरत महिला ने बताया कि वे अपनी बेटी के तीन महीने के बच्चे का इलाज कराने के लिए कोलकाता जा रहे थे. लेकिन उसकी रास्ते में ही मौत हो गई. जब नवजात का शव घर पहुंचा तो मातम पसर गया. इलाजरत महिला ने बताया कि बच्चे की मौत के सदमे में ही उन्होंने इस तरह का खतरनाक कदम उठाया था. हालांकि इसमें कुछ लोगों का ये भी कहना था कि नवजात बच्चे के इलाज के लिए अक्सर घर में झगड़ा होता था. बच्चे की मौत के बाद जब शव घर पहुंचा उसने इसकी मौत का जिम्मेदार अपने मां बाप को बताया जिसके बाद बेटी और माता पिता के बीच विवाद हुआ और फिर मामला आत्महत्या तक पहुंच गया.
गिरिडीह में महिला ने बच्चों समेत दी जान: 2022 में 18 मार्च को गिरिडीह के देवरी में एक महिला ने अपने दो बच्चों के साथ आत्महत्या करने की कोशिश की. इसमें महिला को तो लोगों ने किया तरह बचा लिया. लेकिन इसमें उसके दोनों बच्चों की मौत हो गई. इस मामले में भी पारिवारिक विवाद कारण था.
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कोडरमा में सामूहिक आत्महत्या का मामला: 14 अगस्त 2021 को कोडरमा में भी इसी तरह का एक मामला सामने आया था जहां तिलैया थाना इलाके में विवाहिता संजू देवी ने अपने दो बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली. कहा जा रहा है कि आत्महत्या से पहले महिला का उसके पति से मोबाइल फोन को लेकर झगड़ा हुआ था. जिसके बाद वह घर से बिना बताए अपने बच्चों को लेकर निकल गई. जब काफी देर के बाद भी वह घर नहीं लौटी को परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की. इस दौरान महिला और उसके दो बच्चों की लाश को बरामद किया गया.
कोडरमा में महिला ने बच्चों संग दी जान: कोडरमा इसी तरह का एक और मामला सामने आया जहां 14 दिसंबर 2020 को तिलैया थाना इलाके में एक महिला ने दो बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में कहा गया है महिला के पति ने दो शादी की थी और दोनों पत्नियों के बीच अक्सर झगड़ा होता था. 14 दिसंबर के दिन कौशल्या देवी ने इससे तंग आकर अपने दो बच्चों के साथ आत्महत्या करने की कोशिश की. इसी बीच लोगों को बच्चों की चीखने की आवाज सुनाई दी. जिसके बाद पुलिस ने दरवाजा तोड़ा और सभी को अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल में महिला और उसके एक बच्चे को तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, लेकिन एक बच्चे की सांस चल रही थी. उसे इलाज के लिए रांची रेफर किया गया, लेकिन इस दौरान उसने भी दम तोड़ दिया.
रांची में एक साथ सात लोगों ने की आत्महत्या: वहीं, रांची के कांके में 30 जुलाई 2018 को एक ही परिवार के सात लोगों ने आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में बताया जा रहा था कि मृतक परिवार कर्ज में डूबा हुआ था. मृत लोगों में दो बच्चे भी थे जिसमें एक बच्ची की उम्र महज चार से पांच साल की थी. जबकि एक बच्चे की उम्र सिर्फ एक साल से कुछ ज्यादा थी. मृतक परिवार बिहार के भागलपुर के रहने वाले थे. मकान मालिक ने बताया कि उन्होंने कई महीनों से कमरे का किराया भी नहीं दिया था. इनकी मौत का खुलासा उस वक्त हुआ जब बच्ची को लेने के लिए स्कूल बस आई जब बस के काफी देर तक हॉर्न बजाने के बाद भी घर से कोई नहीं निकला तो पड़ोसियों ने खिड़की से अंदर झांका तो अंदर का मंजर देख सन्न रह गए. इसके बाद उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी.
हजारीबाग में एक साथ पांच लोगों ने दी जान: 15 जुलाई 2018 को हजारीबाग में भी इसी तरह का मामला सामने आया था. जहां कर्ज से परेशान एक परिवार के पांच सदस्यों ने सामूहिक आत्महत्या कर ली थी. मरने वालों में माता पिता, बेटा बहू और पोता शामिल थे. इस मामले में पुलिस को मौके से एक लिफाफा भी मिला था जिसमें लिखा था 'बीमारी+दुकान बंद+ दुकानदारों का बकाया न देना+ बदनामी+ कर्ज= तनाव → मौत.'