रांची: मोरहाबादी मैदान में लगा खादी मेला लोगों को काफी आकर्षित कर रहा है. खादी के प्रति युवाओं का क्रेज ज्यादा देखने को मिल रहा है. मेले के जरिए भी ग्रामीण स्तर पर खादी कामगारों को प्रोत्साहित करने का कार्य किया जा रहा हैं. खादी बोर्ड से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि जिस प्रकार से प्राचीन काल में लोग स्वदेशी एवं ग्रामोद्योग के उत्पाद स्वयं बनाते थे और देशवासी वही इस्तेमाल करते थे, जिससे वे स्वस्थ व समृद्ध हुआ करते थे. उन्हीं ग्रामोद्योग और पीएमईजीपी इकाइयों के लघु एवं सूक्ष्म यूनिटों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आंचलिक खादी और पीएमईजीपी प्रदर्शनी रांची चल रही है.
ये भी पढ़ें: खादी एवं सरस मेले में आकर्षण का केंद्र बनी लाह की चूड़ियां, LIVE बैंगल्स बनाकर दे रहे हैं दुकानदार
रांची में लगे इस प्रदर्शनी में राज्य के विभिन्न जिलों से लोग आए हैं. वहीं बुनकर और खादी से जुड़े कारोबारियों ने कहा कि यदि राज्य और केंद्र की सरकार बुनकरों की समस्या और उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने पर विशेष ध्यान दें तो आने वाले समय में खादी से जुड़े व्यवपार में वृद्धि हो सकेगी. प्रदर्शनी में आये कारोबारियों ने कहा कि स्वरोजगार और ग्राम उद्योग को बढ़ावा देने के लिये जो प्रयास किये गये हैं वो सराहनीय है. उन्होंने कहा केंद्र की मोदी सरकार युवाओं को मदद करने के लिये बैंक के माध्यम से लोन देकर आर्थिक सहायता कर रही है जो युवाओं को काफी राहत पहुंचा रही है.
मेला घूमने आये लोगों ने भी कहा कि आज की तारिख में जो लोग बेरोजगारी का दंश झेलने को मजबूर हैं, उनके लिये ग्राम उद्योग के रूप में खादी का व्यवपार रोजगार को सृजन करने में अहम भूमिका निभाता है. जरूरी है कि केंद्र सरकार के साथ साथ राज्य सरकार भी लोगों को खादी से जोड़ने के लिए मजबूत और ठोस कदम उठाए ताकि झारखंड में उठ रहे खादी का व्यापार आसमान छुए और बेरोजगारी को कम कर लोगों को रोजगार प्रदान करें.
मोराबादी मैदान में लगाए गए खादी मेले का आयोजन खादी आयोग की तरफ से किया गया है. इस मेले में आने वाले जरूरतमंद लोगों को खादी के व्यापार से जोड़ने के लिए स्पेशल ट्रेनिंग और जानकारी दी जा रही है. वहीं जो लोग घूमने आ रहे हैं, उनसे खादी के कपड़ों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने की अपील भी की जा रही है. खादी को विश्व स्तर पर बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसके लिए उन्होंने बुनकरों की आय दो से तीन गुना सुनिश्चित करने की भी बात कही है.
पिछले कुछ महीने में देश के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत खादी संस्थानों और खादी कामगारों के साथ सरकार द्वारा बैठक आयोजित की गई. इसमें उनकी कठिनाइयों को दूर कर उनमें नई ऊर्जा का संचार करने के लिए प्रत्यक्ष रूप से खादी आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों ने संवाद किया. जिसका उद्देश्य खादी के उत्पादन को बढ़ाने और अधिक से अधिक रोजगार सृजन कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना था. इसी उद्देश्य के तहत रांची के मोरहाबादी मैदान में खादी मेला का अयोजन किया गया है, जो आगामी 20 फरवरी तक चलेगा.