रांची: राजधानी रांची में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन दूसरी तरफ शहर के 53 वार्डों में सेनेटाइजेशन का काम घटता जा रहा है. ऐसे में सत्ता में शामिल कांग्रेस की ओर से लगातार नगर निगम के सिस्टम पर सवाल उठाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा है कि नगर निगम का सिस्टम भ्रष्टाचार के आगोश में आ गया है.
भ्रष्टाचार के आगोश में नगर निगम का सिस्टम
उन्होंने शहर में सेनेटाइजेशन का काम ठप होने पर कहा है कि रांची की जनता ने आशा लकड़ा को मेयर के रूप में चुनकर दूसरी बार गलती की है क्योंकि मेयर काल्पनिक सोच वाली हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ सेनेटाइजेशन की व्यवस्था के लिए यहां की जनता तरस रही है, लेकिन सेनेटाइजेशन की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. जिसके कारण यह सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है. नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी, इंजीनियरिंग सेक्शन और पूरा सिस्टम भ्रष्टाचार के आगोश में आ गया है. शहर की जनता से नगर निगम को कुछ लेना देना नहीं है.
हल्की बारिश में घुटने तक भर जाता है पानी
राजेश गुप्ता ने कहा कि शहर की जनता जानना चाहती है कि मेयर ने रांची को मॉडल शहर बनाने की बात कही थी, उसका क्या हुआ. उन्होंने कहा कि हल्की बारिश में शहर में घुटने तक पानी भर जाता है. जो दुर्भाग्य की बात है, लेकिन निगम की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है और आम लोग ऐसी स्थिति में जीने को मजबूर हो गए हैं.
सेनेटाईजेशन का काम प्रभावित
बता दें कि कोरोना संक्रमण की शुरुआत से ही रांची मेयर आशा लाकड़ा ने शहर में सही तरीके से सेनेटाइजेशन के कार्य के लिए सरकार से 10 करोड़ रुपये की मांग की थी, लेकिन सरकार की ओर से इस पर गंभीरता नहीं दिखाई गयी. ऐसे में अब कोरोना संक्रमण बढ़ने के बावजूद सेनेटाइजेशन का कार्य प्रभावित हो रहा है.