ETV Bharat / state

पारसनाथ सम्मेद शिखर विवादः जेएमएम का आरोप, बीजेपी के समय हुआ था पर्यटन स्थल घोषित

गिरिडीह के पारसनाथ सम्मेद शिखर विवाद पर राजनीति तेज हो गयी है. इसको लेकर पक्ष और विपक्ष आमने सामने नजर आ रहा है. रांची में प्रेस वार्ता कर जेएमएम ने बीजेपी पर निशाना साधा (JMM targeted BJP over Sammed Shikhar controversy) और कहा कि बीजेपी के शासनकाल में यह पर्यटन स्थल घोषित हुआ था.

JMM targeted BJP over Sammed Shikhar controversy in Jharkhand
पारसनाथ सम्मेद शिखर विवाद को लेकर जेएमएम ने बीजेपी पर निशाना साधा
author img

By

Published : Jan 3, 2023, 8:23 PM IST

Updated : Jan 3, 2023, 9:16 PM IST

झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य

रांचीः सम्मेद शिखर विवाद को लेकर जैन समाज की नाराजगी बढ़ती जा रही है. मंगलवार को सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने के खिलाफ अनशन पर बैठे जैन मुनि सुज्ञेय सागर ने अपने प्राण त्याग दिए. वो जयपुर के सांगानेर में 25 दिसंबर से अनशन पर थे. भगवान महावीर का सबसे प्रसिद्ध मंदिर गिरिडीह में है, जिसे सम्मेद शिखर या फिर पारसनाथ के नाम से जाना जाता है. जैन धर्मावलंबियों का पवित्र स्थल पारसनाथ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित किए जाने के बाद उठा विवाद अब राजनीतिक रंग लेने लगा (Sammed Shikhar controversy in Jharkhand) है. इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा में आरोप प्रत्यारोप का दौर चल पड़ा है.

इसे भी पढ़ें- जैन मुनि सुज्ञेयसागर महाराज ने त्यागे प्राण, झारखंड के सम्मेद शिखर को टूरिस्ट प्लेस बनाने के खिलाफ थे

पारसनाथ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित किये जाने के बाद उठे विवाद पर झामुमो ने बीजेपी शासनकाल में पर्यटन स्थल घोषित होने का आरोप लगाते हुए जमकर हमला बोला (JMM targeted BJP over Sammed Shikhar controversy) है. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इसके लिए भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि एक साजिश के तहत जैन धर्मावलंबियों के इस पवित्र स्थल और धर्म की पवित्रता को खत्म करने की कोशिश पार्टी द्वारा की गई है.

जेएमएम का बीजेपी पर निशानाः रांची में झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने पार्टी कार्यालय में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी झूठ और फरेब की खेती करती है, जिसके कारण झारखंड की किस तरह किरकिरी हो रही है, वह इन दिनों देखने को मिल रही है. राष्ट्रीय स्तर पर एक परसेंप्शन यह बनाया जा रहा है कि झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने जैन धर्मावलंबियों के पवित्र स्थल को पर्यटन क्षेत्र घोषित किया है, जिस वजह से जैन समाज उद्धेलित है. मगर सच्चाई यह है कि यह काम 2018 और 2019 में ही हो चुका है जिस समय राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकार थी. सुप्रीयो भट्टाचार्य ने मीडियाकर्मियों के समक्ष इस संबंध में तत्कालीन भाजपा सरकार के द्वारा जारी चिट्ठी और गजट अधिसूचना को भी जारी किया. उन्होंने इस संबंध में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और बाबूलाल मरांडी से जवाब भी मांगा.

राष्ट्रीय मीडिया लगा रही आग- सुप्रियोः सुप्रियो भट्टाचार्य ने पारसनाथ सम्मेद शिखर विवाद के मुद्दे पर राष्ट्रीय मीडिया द्वारा चलाये जा रहे खबर पर नाराजगी जताई (Politics over Sammed Shikhar controversy). उन्होंने कहा कि बिना कोई सिर पैर की खबर चलाकर राष्ट्रीय मीडिया आग लगाने का काम कर रही है. उन्होंने राष्ट्रीय मीडिया से सवाल पूछते हुए कहा कि बिना कोई साक्ष्य के कैसे खबर चल रही है कि हेमंत सरकार ने सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र घोषित किया था जबकि बात ठीक इसके विपरीत है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का इतना पाखंड और उसमें राष्ट्रीय मीडिया आग लगाने का काम करें, यह क्या हो रहा है इस समाज में. भाजपा को जैन समाज का विशुद्ध रुप से दुश्मन बताते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जैन धर्म की पवित्रता को खत्म करने की साजिश पूरी तरह से एक्सपोज हो गया है.

झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य

रांचीः सम्मेद शिखर विवाद को लेकर जैन समाज की नाराजगी बढ़ती जा रही है. मंगलवार को सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने के खिलाफ अनशन पर बैठे जैन मुनि सुज्ञेय सागर ने अपने प्राण त्याग दिए. वो जयपुर के सांगानेर में 25 दिसंबर से अनशन पर थे. भगवान महावीर का सबसे प्रसिद्ध मंदिर गिरिडीह में है, जिसे सम्मेद शिखर या फिर पारसनाथ के नाम से जाना जाता है. जैन धर्मावलंबियों का पवित्र स्थल पारसनाथ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित किए जाने के बाद उठा विवाद अब राजनीतिक रंग लेने लगा (Sammed Shikhar controversy in Jharkhand) है. इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा में आरोप प्रत्यारोप का दौर चल पड़ा है.

इसे भी पढ़ें- जैन मुनि सुज्ञेयसागर महाराज ने त्यागे प्राण, झारखंड के सम्मेद शिखर को टूरिस्ट प्लेस बनाने के खिलाफ थे

पारसनाथ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित किये जाने के बाद उठे विवाद पर झामुमो ने बीजेपी शासनकाल में पर्यटन स्थल घोषित होने का आरोप लगाते हुए जमकर हमला बोला (JMM targeted BJP over Sammed Shikhar controversy) है. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इसके लिए भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि एक साजिश के तहत जैन धर्मावलंबियों के इस पवित्र स्थल और धर्म की पवित्रता को खत्म करने की कोशिश पार्टी द्वारा की गई है.

जेएमएम का बीजेपी पर निशानाः रांची में झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने पार्टी कार्यालय में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी झूठ और फरेब की खेती करती है, जिसके कारण झारखंड की किस तरह किरकिरी हो रही है, वह इन दिनों देखने को मिल रही है. राष्ट्रीय स्तर पर एक परसेंप्शन यह बनाया जा रहा है कि झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने जैन धर्मावलंबियों के पवित्र स्थल को पर्यटन क्षेत्र घोषित किया है, जिस वजह से जैन समाज उद्धेलित है. मगर सच्चाई यह है कि यह काम 2018 और 2019 में ही हो चुका है जिस समय राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकार थी. सुप्रीयो भट्टाचार्य ने मीडियाकर्मियों के समक्ष इस संबंध में तत्कालीन भाजपा सरकार के द्वारा जारी चिट्ठी और गजट अधिसूचना को भी जारी किया. उन्होंने इस संबंध में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और बाबूलाल मरांडी से जवाब भी मांगा.

राष्ट्रीय मीडिया लगा रही आग- सुप्रियोः सुप्रियो भट्टाचार्य ने पारसनाथ सम्मेद शिखर विवाद के मुद्दे पर राष्ट्रीय मीडिया द्वारा चलाये जा रहे खबर पर नाराजगी जताई (Politics over Sammed Shikhar controversy). उन्होंने कहा कि बिना कोई सिर पैर की खबर चलाकर राष्ट्रीय मीडिया आग लगाने का काम कर रही है. उन्होंने राष्ट्रीय मीडिया से सवाल पूछते हुए कहा कि बिना कोई साक्ष्य के कैसे खबर चल रही है कि हेमंत सरकार ने सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र घोषित किया था जबकि बात ठीक इसके विपरीत है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का इतना पाखंड और उसमें राष्ट्रीय मीडिया आग लगाने का काम करें, यह क्या हो रहा है इस समाज में. भाजपा को जैन समाज का विशुद्ध रुप से दुश्मन बताते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जैन धर्म की पवित्रता को खत्म करने की साजिश पूरी तरह से एक्सपोज हो गया है.

Last Updated : Jan 3, 2023, 9:16 PM IST

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.