रांची: चुनाव आयोग के झारखंड में विधानसभा चुनाव के आवाहन के बाद भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया है. जिस प्रकार से चुनाव आयोग ने बीजेपी की अपील को मानते हुए पांच चरणों में विधानसभा चुनाव कराने का फैसला लिया है, यह निश्चित रूप से स्वागत योग है. दीपक प्रकाश ने बताया कि जल्द ही केंद्र नेतृत्व और राज्य नेतृत्व की बैठक के बाद यह निर्णय ले लिया जाएगा कि आजसू को कितने सीटों पर पार्टी साझेदारी करती है. उन्होंने बताया कि आजसू से बीजेपी के शुरू से ही अच्छे रिश्ते रहे हैं.
AJSU की प्रतिक्रिया
झारखंड विधानसभा चुनाव की घो।णा के बाद आजसू के केंद्रीय उपाध्यक्ष हसन अंसारी ने कहा कि चुनाव आयोग का फैसला सर्वोपरि है. भयमुक्त और पारदर्शी चुनाव हो यह मंसा प्रशासन के साथ-साथ तमाम राजनीतिक पार्टियों की भी होनी चाहिए. वहीं, आजसू पार्टी ने बीजेपी के साथ सीट शेयरिंग के मामले में भी खुलकर जवाब दिया हैं. आजसू सामंजस्य बनाकर 81 विधानसभा सीटों पर बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहती हैं.
JMM की प्रतिक्रिया
प्रदेश में विधानसभा चुनावों के बिगुल बजने के बाद प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा ने दावा किया कि चुनाव के मद्देनजर सारी तैयारियां कर ली गई है. पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि राजनीतिक दल अपनी जगह हैं, यहां के लोगों ने भी बीजेपी को उखाड़ फेंकने की पूरी तैयारी कर ली है.
ये भी देखें-हजारीबाग: पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला जेल से हुए रिहा, स्वागत के लिए उमड़े समर्थक
उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल में बीजेपी की कार्यप्रणाली से लोग आजिज आ गए हैं और अब बदलाव चाहते हैं. उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि विपक्ष में मुख्यमंत्री का चेहरा मौजूदा नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन होंगे. उन्होंने कहा कि झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के नाम को लेकर पहले ही महागठबंधन के अन्य दल अपनी स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं. इसमें किसी तरह का कोई कंफ्यूजन नहीं है. बता दें कि झारखंड विधानसभा में झामुमो के कुल 18 विधायक हैं.
कांग्रेस का BJP पर वार
पांच चरणों में चुनाव की घोषणा होते ही कांग्रेस पार्टी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. प्रदेश प्रवक्ता किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक चरण में चुनाव कराने की मांग की थी, लेकिन 5 चरणों में चुनाव आयोग ने चुनाव की घोषणा की गई है. इससे स्पष्ट होता है कि रघुवर सरकार के नक्सल मुक्त झारखंड के दावे खोखले हैं. चुनाव आयोग ने यहां की परिस्थितियों को देखकर ही 5 चरणों में चुनाव की घोषणा की है.