रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले में सोमवार शाम हंगामे के विरोध में बुधवार को झामुमो के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने रांची के अल्बर्ट एक्का चौक पर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान जेएमएम कार्यकर्ताओं ने बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, बीजेपी के विधायक सीपी सिंह, रांची की मेयर आशा लाकड़ा का पुतला दहन किया. इधर पूर्वी सिंहभूम जिले में भी भाजपा नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन किया गया.
बाद में जेएमएम जिला अध्यक्ष मुस्ताक आलम ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि भाजपा मुख्यमंत्री की जान लेना चाहती थी. उन्होंने कहा कि झामुमो ऐसी हरकत बर्दाश्त नहीं करेगी. साथ ही ओरमांझी की घटना की उनकी पार्टी घोर निंदा करती है. आलम ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द अपराधियों पर सख्त कार्रवाई कराएगी.
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भाजपा प्रदेश सरकार पर उठा रही सवाल
गौरतलब है कि सोमवार की देर शाम किशोरगंज में हुए घटना के बाद झारखंड की राजनीति गरम हो गई है. विभिन्न राजनीतिक दल भाजपा पर लगातार सीएम को टारगेट करने का आरोप लगा रहीं हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी के नेता पुलिसिया कार्रवाई और ओरमांझी में सिरकटी शव बरामद होने के मामले को लेकर पुलिस को कटघरे में खड़ा कर रही है.
पूर्वी सिंहभूम जिले में भी प्रदर्शन
जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिले के साकची गोलचक्कर के पास झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला कमिटी ने मुख्यमंत्री के काफिले में हंगामे के विरोध में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का पुतला जलाया है. जेएमएम ने आरोप लगाया कि घटना के पीछे आरएसएस है. जेएमएम इसका करारा जवाब देगी. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बता दें कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय कमेटी के दिशा निर्देश पर पूरे झारखंड प्रदेश के सभी जिला एवं प्रखंडों में भाजपा के मंत्रियों का पुतला दहन किया गया है.