ETV Bharat / state

बाबूलाल मरांडी को भाजपा नहीं बनाएगी मुख्यमंत्री, ऐसा क्यों कह रहा है सत्ता पक्ष, क्या भाजपा की वापसी का सता रहा है डर?

Babulal will never become cm again. झामुमो के नेता कह रहे हैं कि बाबूलाल मरांडी को भाजपा कभी मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी. साथ ही वह ये भी कह रहे हैं कि झारखंड में भाजपा कभी सत्ता में नहीं आएगी. झामुमो नेता के इस बयान पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.

Babulal will never become cm again
Babulal will never become cm again
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 16, 2023, 7:34 PM IST

रांची: मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा के आगे तमाम एक्जिट पोल बिखर गये. राजनीति के पंडितों का ज्ञान और अनुमान फ्लॉप हो गया. विपक्ष के दावों पर भाजपा का दांव भारी पड़ गया. तीन राज्यों में सरकार बनाने के बाद पार्टी का कांफिडेंस सातवें आसमान पर है. इसका असर झारखंड में भी दिख रहा है. सत्ता पक्ष के खिलाफ प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के हमले और तीखे हो गये हैं. सीएम और सरकार को आगाह और सलाह के साथ चेतावनी दी जा रही है. भ्रष्टाचार के लिए जेल और जनता की उम्मीदों पर फेल का जुमला चल रहा है. कल तक सत्ता पक्ष यह दावा कर रहा था कि झारखंड में भाजपा के लिए नो-इंट्री का बोर्ड लग चुका है, वही सत्ता पक्ष कह रहा है कि भाजपा किसी हाल में बाबूलाल मरांडी को मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी. इसका मतलब क्या यह माना जाए कि सत्ता पक्ष मानने लगा है कि हवा बदल गई है. तीन राज्यों की तरह भाजपा यहां भी सत्ता में वापसी कर सकती है.

'बाबूलाल मरांडी की संभावना खत्म': झामुमो नेता मनोज पांडेय का कहना है कि बाबूलाल मरांडी की संभावना उसी दिन खत्म हो गई, जिस दिन भाजपा ने पड़ोसी राज्य में आदिवासी को मुख्यमंत्री बना दिया. भाजपा ने दिखावे का मुखौटा छत्तीसगढ़ में लगा दिया. एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाया लेकिन हर मौके पर उन्हें अपमानित किया. संसद भवन के उद्घाटन के वक्त उनकी अनदेखी से पूरा देश वाकिफ है. इससे साफ है कि आदिवासी के नाम पर भाजपा सिर्फ दिखावा करती है. अब बाबूलाल मरांडी की कुंडली में मुख्यमंत्री का ऐसा कोई योग नहीं दिख रहा है. अगर मौका आया भी तो फिर रघुवर दास की तरह कोई और आ जाएगा. भाजपा एक तानाशाही पार्टी है. नेतृत्व के विरोध की क्षमता किसी के पास नहीं है. अब बाबूलाल मरांडी के पास विकल्प भी नहीं बचा है. इसलिए खबरों में बने रहने के लिए आदिवासी समाज के मुख्यमंत्री के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी करते फिर रहे हैं.

'झारखंड की सत्ता में नहीं आएगी भाजपा': झामुमो नेता मनोज पांडेय ने यह भी कहा कि भाजपा किसी भी हाल में झारखंड की सत्ता में नहीं आएगी. अगर 0.1 प्रतिशत भी संभावना बनी तो बाबूलाल मरांडी के सपने कभी पूरे नहीं होंगे. तीन राज्यों में भाजपा आलाकमान ने जिस तरह का निर्णय लिया है, उससे साफ हो गया कि दावेदारों की नहीं चलने वाली. अगर भाजपा को ऐसा लगता है कि वह झारखंड में कोई करिश्मा दिखा सकती है तो अभी से ही बाबूलाल मरांडी को अपना चेहरा घोषित क्यों नहीं कर देती.

रांची: मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा के आगे तमाम एक्जिट पोल बिखर गये. राजनीति के पंडितों का ज्ञान और अनुमान फ्लॉप हो गया. विपक्ष के दावों पर भाजपा का दांव भारी पड़ गया. तीन राज्यों में सरकार बनाने के बाद पार्टी का कांफिडेंस सातवें आसमान पर है. इसका असर झारखंड में भी दिख रहा है. सत्ता पक्ष के खिलाफ प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के हमले और तीखे हो गये हैं. सीएम और सरकार को आगाह और सलाह के साथ चेतावनी दी जा रही है. भ्रष्टाचार के लिए जेल और जनता की उम्मीदों पर फेल का जुमला चल रहा है. कल तक सत्ता पक्ष यह दावा कर रहा था कि झारखंड में भाजपा के लिए नो-इंट्री का बोर्ड लग चुका है, वही सत्ता पक्ष कह रहा है कि भाजपा किसी हाल में बाबूलाल मरांडी को मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी. इसका मतलब क्या यह माना जाए कि सत्ता पक्ष मानने लगा है कि हवा बदल गई है. तीन राज्यों की तरह भाजपा यहां भी सत्ता में वापसी कर सकती है.

'बाबूलाल मरांडी की संभावना खत्म': झामुमो नेता मनोज पांडेय का कहना है कि बाबूलाल मरांडी की संभावना उसी दिन खत्म हो गई, जिस दिन भाजपा ने पड़ोसी राज्य में आदिवासी को मुख्यमंत्री बना दिया. भाजपा ने दिखावे का मुखौटा छत्तीसगढ़ में लगा दिया. एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाया लेकिन हर मौके पर उन्हें अपमानित किया. संसद भवन के उद्घाटन के वक्त उनकी अनदेखी से पूरा देश वाकिफ है. इससे साफ है कि आदिवासी के नाम पर भाजपा सिर्फ दिखावा करती है. अब बाबूलाल मरांडी की कुंडली में मुख्यमंत्री का ऐसा कोई योग नहीं दिख रहा है. अगर मौका आया भी तो फिर रघुवर दास की तरह कोई और आ जाएगा. भाजपा एक तानाशाही पार्टी है. नेतृत्व के विरोध की क्षमता किसी के पास नहीं है. अब बाबूलाल मरांडी के पास विकल्प भी नहीं बचा है. इसलिए खबरों में बने रहने के लिए आदिवासी समाज के मुख्यमंत्री के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी करते फिर रहे हैं.

'झारखंड की सत्ता में नहीं आएगी भाजपा': झामुमो नेता मनोज पांडेय ने यह भी कहा कि भाजपा किसी भी हाल में झारखंड की सत्ता में नहीं आएगी. अगर 0.1 प्रतिशत भी संभावना बनी तो बाबूलाल मरांडी के सपने कभी पूरे नहीं होंगे. तीन राज्यों में भाजपा आलाकमान ने जिस तरह का निर्णय लिया है, उससे साफ हो गया कि दावेदारों की नहीं चलने वाली. अगर भाजपा को ऐसा लगता है कि वह झारखंड में कोई करिश्मा दिखा सकती है तो अभी से ही बाबूलाल मरांडी को अपना चेहरा घोषित क्यों नहीं कर देती.

यह भी पढ़ें: हेमंत सोरेन ने माना मजबूत है बीजेपी, कहा- मेरी हर प्लानिंग कर देते हैं फेल

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में साय,साव, शर्मा और सिंह की चौकड़ी, अगर 2024 में भाजपा सत्ता में आई तो झारखंड में किनको मिल सकती है जिम्मेदारी, क्या कहते हैं जानकार

यह भी पढ़ें: 20 सालों तक पूर्व की सरकारों ने झारखंड का खून चूसने का काम किया है: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.