रांचीः झारखंड सरकार (Jharkhand government) को अस्थिर करने की साजिश पर राज्य में राजनीतिक पारा गरमाया हुआ है. रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने गिरफ्तार तीन आरोपियों को निर्दोष बताते हुए कहा कि पुलिस की कार्यशैली ठीक नहीं है. सोमवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने बड़ा आरोप बाबूलाल मरांडी पर लगाते हुए कहा कि सरकार को अस्थिर कराने की पटकथा बाबूलाल मरांडी ने ही लिखी है. यही वजह है कि मामले के खुलासे के चंद घंटे भी नहीं हुए थे और बाबूलाल मरांडी के साथ-साथ सांसद-विधायक बयान देने लगे.
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राज्यपाल से की कार्रवाई की मांग
सुप्रियो भट्टाचार्या ने राज्यपाल से मांग की है कि बाबूलाल मरांडी पर कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने झारखंड पुलिस को धमकी दिया और सेवानिवृत्त होने के बाद भी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की बात कहीं. उन्होंने कहा कि एक पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्य के पहले मुख्यमंत्री को इस तरह का बयान देना शोभा नहीं देता है. उन्होंने कहा कि बाबूलाल का बयान कानूनी रूप से ठीक नहीं है. इस स्थिति में राज्यपाल को कार्रवाई करनी चाहिए.
शपथ के लिए सुबह से हो जाते हैं तैयार
उन्होंने कहा कि भाजपा का महाराष्ट्र के साथ नाता है. देवेंद्र फडणवीस की तरह बाबूलाल मरांडी सीएम बनना चाहते हैं और प्रत्येक दिन सुबह चार बजे से ही शपथ लेने के लिए तैयार हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड पुलिस तेजी से सरकार गिराने की साजिश की जांच कर रही है और जल्द ही पूरी किताब किताब खुलेगी.
कर्नाटक का इतिहास दोहराना संभव नहीं
सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि महागठबंधन को कोई खतरा नहीं है. उन्होंने कहा कि राज्य के 81 विधायकों को जानता हूं. इसमें कौन पार्टी के सिंबल छोड़ व्यक्तिगत लोकप्रियता से जीत सकते हैं. इसलिए भाजपा जिस तरह कर्नाटक और मध्यप्रदेश में किया, वह झारखंड की धरती पर नहीं होने वाला है.