रांचीः झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति की दो दिवसीय बैठक रविवार को संपन्न हुई. बैठक में केंद्रीय नेतृत्व ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के विचारों को सुना. कार्यकर्ताओं के विचारों के आधार पर आगामी विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए रणनीति तैयार की गई है. वहीं, केंद्रीय नेतृत्व महागठबंधन के स्वरूप को तय करेगी.
जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने इस बैठक में लिए गए निर्णयों के बारे में बताते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में बूथ स्तर तक सरकार के झूठे वादों को लेकर कार्यक्रम चलाए जाएंगे. जिससे लोगों को सच्चाई पता चल सके. उन्होंने कहा कि इस बैठक में सभी वर्ग ने बेबाक तरीके से अपनी बातों को रखा है. जिनपर आने वाले समय में मंथन किया जाएगा.
हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आभार कार्यक्रम के जरिए से जीत बताने गांवों की तरफ जा रहे हैं. बीजेपी को जीत की भी जानकारी पार्टी के कार्यक्रम के जरिए देनी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में भयावह स्थिति बनी हुई है. बिजली की चरमराई व्यवस्था, जल संकट, भूख से लोगों की मौत, बेरोजगारी से लोगों की मौत, दवाइयों के अभाव में मौत हो रही है. सरकार स्किल इंडिया मोमेंटम झारखंड के नाम पर तहत नौजवानों को ठगने का काम कर रही है.
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हेमंत सोरेन ने कहा कि आने वाले समय में विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का स्वरूप कैसा होगा. इसे तय करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व को अधिकृत किया गया है. है उन्होंने विधानसभा चुनाव जेएमएम के नेतृत्व की बात दोहराई. उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व सभी घटक दलों के साथ विचार-विमर्श करेगी.
उन्होंने मौजूदा चुनाव व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इस व्यवस्था का जेएमएम विरोध करती है. उन्होंने मांग रखी की आगामी चुनाव ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से कराया जाए. चुनाव की तैयारियों को लेकर उन्होंने कहा कि जिले में आगामी चुनाव में पंचायत में हफ्ते में 3 दिन का डोर टू डोर कैंपेन चलाया जाएगा.