रांची: झामुमो के प्रदेश कार्यालय में सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झामुमो एक महीना पहले ही कह चुका है कि योगेंद्र तिवारी का संबंध भाजपा के एक कद्दावर नेता और उनके राजनीतिक सलाहकार से रहा है. झामुमो नेता का सीधा आरोप है कि कारोबारी के रूप में योगेंद्र तिवारी के द्वारा जो कंपनियां खोली गई उसमें झारखंड भाजपा के एक बड़े नेता के सगे संबंधी और उनके राजनीतिक सलाहकार की पत्नी निदेशक मंडल में शामिल थीं.
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झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय अगर योगेंद्र तिवारी के बैंक खाते से हुई ट्रांजैक्शन का ईमानदारी से जांच कर ले तो बीजेपी के कई बड़े नेताओं का चाल चरित्र और चेहरा उजागर हो जाएगा. झामुमो नेता ने कहा कि चिंता इस बात की है कि ED जांच की सेलेक्टिव टारगेट में भाजपा नेता नहीं, बल्कि झारखंड सरकार है. इसलिए योगेंद्र तिवारी की गिरफ्तारी और उसके रिमांड पर लेने को लेकर गलत नैरेटिव सेट किया जा रहा है. झामुमो नेता ने कहा कि एसीबी ने जब जांच का दायरा बढ़ाया था तब भाजपा के दूसरे बड़े नेता को बचाने के लिए दूसरे राज्य में सेट कर दिया गया.
मनी लॉन्ड्रिंग का मामला, बैंक खातों से हुई लेनदेन की खंगाले ED: जहां का मुख्य मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि योगेंद्र तिवारी से जुड़े मामले सीधे-सीधे मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है. ऐसे में प्रवर्तन निदेशालय ( ED) उसके सभी बैंक खातों से हुई लेनदेन की जांच करें और उसका डिटेल निकाले तब भारतीय जनता पार्टी और उसके कई नेताओं का असली चेहरा सबके सामने आ जाएगा.
राज्य सरकार अविलंब SIT का गठन करे- झामुमो: झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता ने कहा कि योगेंद्र तिवारी और शराब मामले में अब तक हुई कार्रवाई को लेकर गलत नैरेटिव गढ़ा जा रहा है. ऐसे में राज्य सरकार तत्काल SIT का गठन करके पूरे मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच कराए. ताकि योगेंद्र तिवारी से भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के संबंध उजागर हो सके.