रांचीः झारखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति पीके मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नए सत्र में एकेडमिक गतिविधियों की जानकारी दी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि झारखंड अद्भुत प्राकृतिक संपदा और कुशल मानव संसाधनों से भरा है. इसी को देखते हुए विश्वविद्यालय परिसर के अंदर पर्यावरण संरक्षण प्रयोगशाला और जनजातीय सशक्तिकरण के लिए अलग-अलग केंद्र शुरू करने को लेकर पहल की जाएगी. नियुक्ति के बाद पहली बार पीके मिश्रा मीडिया के समक्ष मुखातिब हुए.
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झारखंड राज्य की तकनीकी शिक्षा की जिम्मेदारी निर्धारित
हाल ही में पीके मिश्रा झारखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति नियुक्त किए गए हैं. कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने विश्वविद्यालय की गतिविधियों की जानकारी ली है. उसके बाद प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अधिकार क्षेत्र में पूरे झारखंड राज्य के तकनीकी शिक्षा की जिम्मेदारी निर्धारित की गई है. इसके अंतर्गत दो गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, 3 पीपीपी मोड के इंजीनियरिंग कॉलेज, 11 प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज, 17 सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज, दो फार्मेसी कॉलेज, 18 आर्किटेक्चर कॉलेज एक होटल प्रबंधन कॉलेज है. इन तमाम कॉलेजों को बेहतरीन तरीके से चलाने की जिम्मेदारी उन्हें मिली है. इसी के तहत वह नए सत्र में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को लेकर काम करेंगे और एक नई उपलब्धि हासिल करेंगे .
मौके पर पीके मिश्रा ने कहा कि इस विश्वविद्यालय के संसाधनों को समायोजित करने की आवश्यकता है. पर्यावरण संरक्षण प्रयोगशाला और जनजातीय सशक्तिकरण के लिए अलग-अलग केंद्र शुरू करने की पहल की जाएगी.