रांची: पूरे देश में होली को लेकर उत्साह का माहौल है. सभी लोग लोग अपने परिवार के साथ होली का त्योहार मनाने में व्यस्त हैं, लेकिन पुलिस हमारी सुरक्षा के लिए सड़कों पर खड़े हैं और उपद्रवियों पर नजर रख रही है, ताकि होली और शब-ए-बारात के दौरान किसी तरह की समस्या उत्पन्न ना हो.
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30 मार्च तक छुट्टियां रद्द
होलिका दहन के साथ-साथ शब-ए-बारात होने के कारण झारखंड पुलिस में सिपाही से लेकर आईपीएस अधिकारियों की छुट्टियां 30 मार्च तक रद्द कर दी गई है. झारखंड पुलिस मुख्यालय आईजी ने इस संबंध में चार दिन पहले ही आदेश जारी किया है. पुलिस मुख्यालय के आदेश के अनुसार, होली और शब-ए-बारात में राज्य में विधि व्यवस्था, अपराध नियंत्रण और पुलिस प्रशासनिक व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए राज्य के सभी कोटी के पुलिसकर्मियों और अनुचरों का अवकाश 30 मार्च तक रद कर दिया गया है. ऐसे में पुलिस वाले ड्यूटी तो कर रहे हैं, लेकिन उनका मन अपने परिवार के बीच ही है. कई पुलिसवाले वीडियो कॉल के जरिए अपने परिवार वालों से बात करते नजर आए तो कई ने फोन कर यह बताया कि वे लोग किसी दूसरे पर्व में एक साथ रहेंगे और धूमधाम से पर्व मनाएंगे. हालांकि, होली जैसे पर्व के दौरान अपने परिवार के साथ नहीं रहने के बावजूद पुलिस वाले यह मानते हैं कि अगर पर्व-त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से बीत जाए तो यही उनके लिए सबसे बड़ा पर्व होगा.
24 घंटे की है ड्यूटी
होली और शब-ए-बरात एक साथ होने की वजह से पुलिस के सामने कई चुनौतियां हैं. एक तो उन्हें असामाजिक तत्वों पर नजर भी रखनी है और दूसरी तरफ होली के दौरान कोई हुडदंग ना मचाए, इसका भी ख्याल रखना है. यही वजह है कि रांची की सड़कों पर 24 घंटे पुलिस वाले मुस्तैद नजर आ रहे हैं. इस दौरान कई पुलिसकर्मियों ने अपनी बातें खुलकर बताई, लेकिन सीनियर अधिकारियों के डर की वजह से उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया. हालांकि, पुलिसवालों ने यह जरूर बताया कि बड़े पर्व त्यौहार के समय में रोस्टर के हिसाब से छुट्टियां देनी चाहिए. जैसे एक थाने में अगर 24 स्टाफ हैं तो उनमें से 5 को होली में छुट्टी दी जाती तो 5 को किसी दूसरे पर्व में. ऐसा होने से आपस में तालमेल भी बैठा रहता है और परिवारवालों को भी यह मालूम रहता है कि होली नहीं तो दशहरा में उनके घर के मुखिया एक साथ त्योहार मनाएंगे.
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ड्यूटी पहले उसके बाद परिवार
रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम के अनुसार, हर पुलिसवाले की एक ही ख्वाहिश होती है कि होली के अवसर पर वह अपने परिवारवालों के साथ रहे, ताकि घर में बनने वाले स्वादिष्ट पकवान खाने से लेकर घर आने वाले मेहमानों से उनकी मुलाकात करने का मौका मिल सके, लेकिन अमूमन ऐसा हो नहीं पाता है, क्योंकि वर्दी की जिम्मेवारियां बहुत है.