रांची: केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा उपेन्द्र कुशवाहा को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान किए जाने पर राजनीति शुरू हो गई है. झारखंड जदयू के प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता सरवन कुमार ने कहा की केन्द्र की भाजपा सरकार ने देश में वीवीआईपी और नेताओं को सुरक्षित करने के लिए गठित विभिन्न सुरक्षा श्रेणियों का मजाक बना दिया है. बिहार के साथ झारखंड में भी जेडीयू नेताओं ने उपेंद्र कुशवाहा को मिले सिक्योरिटी को लेकर कहा कि पहले मुकेश सहनी फिर चिराग पासवान और अब उपेन्द्र कुशवाहा.
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उन्होंने कहा कि भाजपा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लोकप्रियता से घबराई हुई है और उन्हें कमजोर करने के लिए लगातार नेताओं को प्रलोभन दे रही है. सरवन कुमार ने बताया कि जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार का साथ छोड़ने वाले नेताओं को इनाम स्वरूप भारी-भरकम सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है. वहीं उन्होंने कहा कि खुफिया विभाग केन्द्र के इशारे पर रिपोर्ट बना रहा है, आईबी का दुरुपयोग किया जा रहा.
उन्होंने कहा कि कुशवाहा और सहनी जब महागठबंधन के साथ थे तो केन्द्र को उनकी सुरक्षा की चिंता नहीं हुई. मगर जैसे ही वह एनडीए के करीब आए और यूपीए से दूर हुए तो दिन रात उनकी फिक्र कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा चाहे जितना प्रयास करे वह विपक्ष को कमजोर नहीं कर सकती. वहीं, उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी को मिली सुरक्षा को देखने के बाद यह कहना गलत नहीं होगा कि भारतीय जनता पार्टी नेताओं को सुरक्षा मुहैया कर अपना उल्लू सीधा करने का काम कर रही है. लेकिन 2024 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को जनता जवाब जरुर देगी.
उपेंद्र कुशवाहा को मिली उच्च श्रेणी की सुरक्षा को लेकर जो केंद्र सरकार ने माहौल बनाया है. वो कहीं ना कहीं ये दर्शाता है कि सरकार नेताओं को दे रही सुरक्षा के साथ मजाक कर रही है और राजनीति में मिली पावर का दुरुपयोग कर रही है. वहीं इसको लेकर झारखंड जनता दल यूनाइटेड के नेताओं ने कहा कि आने वाले समय में भारतीय जनता पार्टी की कूटनीति को जनता के बीच में भी लाया जाएगा और सारी सच्चाई को देख जनता होने वाले चुनाव में जवाब वाजिब जवाब देगी.