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मनरेगा से चार माह में साढ़े चार करोड़ मानव दिवस का सृजन, 96% लक्ष्य पूरा

अभी सत्र शुरू हुए चार माह ही हुए हैं और झारखंड सत्र 2021-22 में मनरेगा में काम सृजन के लक्ष्य के करीब पहुंच गया है. मनरेगा आयुक्त ने इसका दावा किया है.

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चार माह में ही झारखंड, मनरेगा में काम का लक्ष्य पूरा करने के करीब
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Published : Jul 20, 2021, 9:18 AM IST

Updated : Jul 20, 2021, 9:59 AM IST

रांची: अभी सत्र शुरू हुए चार माह ही हुए हैं और झारखंड सत्र 2021-22 में मनरेगा में काम सृजन के लक्ष्य के करीब पहुंच गया है. मनरेगा आयुक्त ने इसका दावा किया है. मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने बताया कि वर्तमान में प्रतिदिन लगभग 4 लाख मजदूरों को काम दिलाया गया है.

ये भी पढ़ें-पेगासस विवाद : निशाने पर राहुल और उनके करीबी ?

झारखंड में कुल 42.47 लाख सक्रिय मजदूर हैं. इनसे तकरीबन 8 लाख ऐसे प्रवासी मजदूर हैं, जो राज्य में लौट आए हैं. पिछले दो वित्तीय वर्षो के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि पिछले वर्षों में काम करने वाले मजदूरों की संख्या के मुकाबले इस वर्ष उनकी संख्या में काफी वृद्धि हुई है. मानव दिवस के सृजन के आंकड़ों को देखें तो वित्तीय वर्ष 2020-21 में पूरे राज्य में कुल 3.5 करोड़ मानव दिवस का सृजन किया गया था. वहीं इस वित्तीय वर्ष 2021-22 में अब तक पूरे राज्य में कुल 4.52 करोड़ मानवदिवस का सृजन किया जा चुका है. इसमें से जुलाई 2021 के लिए निर्धारित लक्ष्य 472 लाख के विरुद्ध कुल 452 लाख मानव दिवस का सृजन किया जा चुका है जो लक्ष्य का 96% प्रतिशत है.

मनरेगा आयुक्त का दावा

मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने कहा कि कोरोनाकाल में अधिक से अधिक लोगों को मनरेगा योजना का लाभ मिले, यह प्रयास सरकार कर रही है. नीलाम्बर-पीताम्बर जल समृद्धि योजना के माध्यम से बंजर भूमि को उपजाऊ भूमि में तब्दील कर रोजगार सृजन करने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए विभाग प्रतिबद्धता के साथ पूरे राज्य में कार्य कर रहा है.

रांची: अभी सत्र शुरू हुए चार माह ही हुए हैं और झारखंड सत्र 2021-22 में मनरेगा में काम सृजन के लक्ष्य के करीब पहुंच गया है. मनरेगा आयुक्त ने इसका दावा किया है. मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने बताया कि वर्तमान में प्रतिदिन लगभग 4 लाख मजदूरों को काम दिलाया गया है.

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झारखंड में कुल 42.47 लाख सक्रिय मजदूर हैं. इनसे तकरीबन 8 लाख ऐसे प्रवासी मजदूर हैं, जो राज्य में लौट आए हैं. पिछले दो वित्तीय वर्षो के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि पिछले वर्षों में काम करने वाले मजदूरों की संख्या के मुकाबले इस वर्ष उनकी संख्या में काफी वृद्धि हुई है. मानव दिवस के सृजन के आंकड़ों को देखें तो वित्तीय वर्ष 2020-21 में पूरे राज्य में कुल 3.5 करोड़ मानव दिवस का सृजन किया गया था. वहीं इस वित्तीय वर्ष 2021-22 में अब तक पूरे राज्य में कुल 4.52 करोड़ मानवदिवस का सृजन किया जा चुका है. इसमें से जुलाई 2021 के लिए निर्धारित लक्ष्य 472 लाख के विरुद्ध कुल 452 लाख मानव दिवस का सृजन किया जा चुका है जो लक्ष्य का 96% प्रतिशत है.

मनरेगा आयुक्त का दावा

मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने कहा कि कोरोनाकाल में अधिक से अधिक लोगों को मनरेगा योजना का लाभ मिले, यह प्रयास सरकार कर रही है. नीलाम्बर-पीताम्बर जल समृद्धि योजना के माध्यम से बंजर भूमि को उपजाऊ भूमि में तब्दील कर रोजगार सृजन करने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए विभाग प्रतिबद्धता के साथ पूरे राज्य में कार्य कर रहा है.

Last Updated : Jul 20, 2021, 9:59 AM IST
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