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नक्सलियों के बाद झारखंड के बदनाम गैंग्स पुलिस के रडार पर, कार्रवाई के लिए बनाई गई स्पेशल टीम

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Published : Apr 8, 2023, 6:51 PM IST

नक्सलियों के बाद अब झारखंड पुलिस के निशाने पर गैंगस्टर्स हैं. उनपर कार्रवाई के लिए पुलिस ने एक स्पेशल टीम बनाई है. ये टीम चुन चुन कर अपराधियों को गिरफ्तार करेगी.

Jharkhand infamous gangs on police radar
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रांची: नक्सल फ्रंट पर लगातार कामयाबी हासिल करने वाली झारखंड पुलिस के लिए अगला टारगेट झारखंड में सक्रिय संगठित आपराधिक गिरोह हैं. झारखंड के नए डीजीपी अजय सिंह संगठित आपराधिक गिरोहों को नेस्तनाबूद करने लिए खुद भी एक्टिव हैं. यही वजह है कि झारखंड में सक्रिय बड़े आपराधिक गिरोहों पर नकेल कसने के लिए पुलिस एक बेहतरीन प्लान पर काम करना शुरू कर चुकी है. इस कड़ी में जो कुख्यात झारखंड के बाहर भी पनाह लिए हुए है उनके गिरफ्तारी के लिए भी स्पेशल टीम बना दी गयी है. जानकारी के अनुसार स्पेशल टीम के कई अफसर मिशन को मुकम्मल बनाने के लिए कई राज्यों में कूच भी कर चुके हैं.

ये भी पढ़ें: प्रिंस खान ने पुलिस को फिर दी खुली चुनौती, कहा- हिम्मत है तो मुझे पकड़कर दिखाओ, ऑडियो वायरल!

स्पेशल सेल का गठन: झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर या तो जेल में रह कर अपने गिरोह का संचालन कर रहे हैं, या फिर झारखंड के बाहर से, कुछ अपराधी तो देश के बाहर से भी झारखंड में अपने गैंग को ऑपरेट कर रहे हैं. लेकिन अब ऐसे गैंग्स के लिए मुश्किलों भरा समय आने वाला है. क्योंकि झारखंड पुलिस संगठित अपराधिक गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है. इसके लिए बकायदा स्पेशल सेल का गठन किया गया है. आईपीएस रैंक के अधिकारी इस सेल को लीड कर रहे हैं, जबकि पुलिस मुख्यालय से आईजी रैंक के अधिकारी पूरे सेल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

कौन कौन से गैंग है राडार पर: झारखंड में फिलहाल आठ से दस संगठित आपराधिक सक्रिय हैं, जिनमे से अधिकांश के गैंग लीडर जेल में बंद हैं, कुछ फरार हैं जबकि कुछ के गैंगवार में मारे जाने के बाद भी उनके गिरोह को उनके परिवार के सदस्य या फिर उनके बेहद करीबी रहे गिरोह का संचालन कर रहे हैं. जो प्रमुख गैंगस्टर सलाखों के पीछे हैं उनमें प्रमुख रूप से डॉन अखिलेश सिंह, सुजीत सिन्हा, अमन साव, अमन सिंह और अनिल शर्मा शामिल हैं. ये सभी राज्य के अलग अलग जेलों में बंद हैं. वहीं, कुख्यात गैंगस्टर भोला पांडेय और सुशील श्रीवास्तव दोनो ही गैंगवार में मारे गए हैं, लेकिन दोनों के ही गैंग राज्य में बेहद सक्रिय हैं. इस समय भोला पांडेय गिरोह का विकास पांडेय संभाल रहा है. वहीं सुशील श्रीवास्तव गैंग को उसका बेटा अमन श्रीवास्तव संभाल रहा है. व

हीं कई ऐसे गैंग्स भी है जिनके मुखिया और पुलिस के बीच लगातार आंख मिचौली चल रही है, उनमें प्रमुख नाम डब्ल्यू सिंह उर्फ गौतम सिंह का है. डब्लू सिंह को पलामू के आतंक के रूप में जाना जाता है. ये सभी गैंग्स झारखंड पुलिस के स्पेशल सेल के रडार पर हैं. दूसरा प्रमुख नाम गैंग्स ऑफ वासेपुर के प्रिंस खान है, प्रिंस खान फिलहाल दुबई में है और वहीं से अपने गैंग को ऑपरेट कर रहा है.

सदस्यों की जानकारी जुटा रही स्पेशल सेल: स्पेशल सेल के अफसर सभी गैंग्स मेंबर, उनके करीबियों, उनको पनाह देने वाले, उनके जमानतदार, की अकूत संपत्ति का निवेश करने वाले तक की सूची तैयार कर रही है, साथ ही किस गैंग के कौन से सदस्य जेल में है, कौन जमानत पर है और कौन फरार है इसकी भी सूची तैयार की गई है. जानकारी के अनुसार वर्तमान में कुख्यात गैंग को लेकर जो सूचना एकत्र की गई है, उसके अनुसार जेल में बंद जमशेदपुर के डॉन अखिलेश सिंह के गिरोह में 47 सदस्य हैं, जिनमें से 23 जमानत पर हैं और 09 फरार चल रहे हैं.

पलामू के गैंगस्टर डब्ल्यू सिंह के गिरोह में 30 सक्रिय सदस्य हैं, जिनमें से 15 फरार हैं, 05 जमानत पर और बाकी जेल में हैं. सुजीत सिन्हा के गिरोह में कई सक्रिय सदस्य हैं. दरअसल यह गिरोह नए-नए अपराधियों को मौका देता है. अमन सिंह गिरोह में 56 सक्रिय सदस्य हैं जिनमें से 11 जमानत पर हैं और 05 फरार चल रहे हैं. भोला पांडे गिरोह में 39 सक्रिय सदस्य हैं, जिनमें 30 जमानत पर हैं और 6 फरार चल रहे हैं. अमन श्रीवास्तव गिरोह में 38 सदस्य हैं जिनमें से 29 जमानत पर हैं और 6 फरार चल रहे हैं. अमन साव गिरोह में 70 सक्रिय सदस्य हैं जिनमें से 46 जमानत पर है, जबकि पांच फरार है. प्रिंस खान गिरोह में 34 से ज्यादा अपराधी हैं, इनमें से 10 जमानत पर हैं बाकी 10 से ज्यादा जेल में, जबकि बाकी फरार हैं.

इन अपराधियों की है तलाश: प्रिंस खान, गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव, गैंग्स्टर डब्ल्यू सिंह उर्फ गौतम सिंह, मोहम्मद उर्फ नेपाली जहीर और फिरोज खान, गैंग्स्टर अमन साहू गिरोह के पंकज करमाली उर्फ खटिया, सुनील पासी, दुर्गा महतो उर्फ रॉकी और कालू बंगाली. अमन सिंह गिरोह के आशीष रंजन सिंह, राहुल नोनिया, सतीश महतो और शेख मोहम्मद. भोला पांडेय गिरोह के विकास साहू, बबलू ठाकुर, सुमन कुमार सिंह, प्रेम प्रकाश पांडे, संजीत नियोगी और अभिमन्यु मिश्रा.

क्या कहते है आईजी अभियान: झारखंड पुलिस के आईजी अभियान अमोल वेणुकान्त होमकर के अनुसार संगठित आपराधिक गिरोहों पर लगाम लगाने के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया है. स्पेशल सेल राज्य के बाहर छिपे कुख्यात अपराधियों पर भी करवाई कर रहा है.अपराधियों के धर पकड़ के लिए एटीएस की भी मदद ली जा रही है, साथ ही सीआईडी से भी इस मामले भरपूर मदद मिल रही है.स्पेशल टीम के इनपुट पर कई अपराधियों को दबोचा भी गया है.

रांची: नक्सल फ्रंट पर लगातार कामयाबी हासिल करने वाली झारखंड पुलिस के लिए अगला टारगेट झारखंड में सक्रिय संगठित आपराधिक गिरोह हैं. झारखंड के नए डीजीपी अजय सिंह संगठित आपराधिक गिरोहों को नेस्तनाबूद करने लिए खुद भी एक्टिव हैं. यही वजह है कि झारखंड में सक्रिय बड़े आपराधिक गिरोहों पर नकेल कसने के लिए पुलिस एक बेहतरीन प्लान पर काम करना शुरू कर चुकी है. इस कड़ी में जो कुख्यात झारखंड के बाहर भी पनाह लिए हुए है उनके गिरफ्तारी के लिए भी स्पेशल टीम बना दी गयी है. जानकारी के अनुसार स्पेशल टीम के कई अफसर मिशन को मुकम्मल बनाने के लिए कई राज्यों में कूच भी कर चुके हैं.

ये भी पढ़ें: प्रिंस खान ने पुलिस को फिर दी खुली चुनौती, कहा- हिम्मत है तो मुझे पकड़कर दिखाओ, ऑडियो वायरल!

स्पेशल सेल का गठन: झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर या तो जेल में रह कर अपने गिरोह का संचालन कर रहे हैं, या फिर झारखंड के बाहर से, कुछ अपराधी तो देश के बाहर से भी झारखंड में अपने गैंग को ऑपरेट कर रहे हैं. लेकिन अब ऐसे गैंग्स के लिए मुश्किलों भरा समय आने वाला है. क्योंकि झारखंड पुलिस संगठित अपराधिक गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है. इसके लिए बकायदा स्पेशल सेल का गठन किया गया है. आईपीएस रैंक के अधिकारी इस सेल को लीड कर रहे हैं, जबकि पुलिस मुख्यालय से आईजी रैंक के अधिकारी पूरे सेल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

कौन कौन से गैंग है राडार पर: झारखंड में फिलहाल आठ से दस संगठित आपराधिक सक्रिय हैं, जिनमे से अधिकांश के गैंग लीडर जेल में बंद हैं, कुछ फरार हैं जबकि कुछ के गैंगवार में मारे जाने के बाद भी उनके गिरोह को उनके परिवार के सदस्य या फिर उनके बेहद करीबी रहे गिरोह का संचालन कर रहे हैं. जो प्रमुख गैंगस्टर सलाखों के पीछे हैं उनमें प्रमुख रूप से डॉन अखिलेश सिंह, सुजीत सिन्हा, अमन साव, अमन सिंह और अनिल शर्मा शामिल हैं. ये सभी राज्य के अलग अलग जेलों में बंद हैं. वहीं, कुख्यात गैंगस्टर भोला पांडेय और सुशील श्रीवास्तव दोनो ही गैंगवार में मारे गए हैं, लेकिन दोनों के ही गैंग राज्य में बेहद सक्रिय हैं. इस समय भोला पांडेय गिरोह का विकास पांडेय संभाल रहा है. वहीं सुशील श्रीवास्तव गैंग को उसका बेटा अमन श्रीवास्तव संभाल रहा है. व

हीं कई ऐसे गैंग्स भी है जिनके मुखिया और पुलिस के बीच लगातार आंख मिचौली चल रही है, उनमें प्रमुख नाम डब्ल्यू सिंह उर्फ गौतम सिंह का है. डब्लू सिंह को पलामू के आतंक के रूप में जाना जाता है. ये सभी गैंग्स झारखंड पुलिस के स्पेशल सेल के रडार पर हैं. दूसरा प्रमुख नाम गैंग्स ऑफ वासेपुर के प्रिंस खान है, प्रिंस खान फिलहाल दुबई में है और वहीं से अपने गैंग को ऑपरेट कर रहा है.

सदस्यों की जानकारी जुटा रही स्पेशल सेल: स्पेशल सेल के अफसर सभी गैंग्स मेंबर, उनके करीबियों, उनको पनाह देने वाले, उनके जमानतदार, की अकूत संपत्ति का निवेश करने वाले तक की सूची तैयार कर रही है, साथ ही किस गैंग के कौन से सदस्य जेल में है, कौन जमानत पर है और कौन फरार है इसकी भी सूची तैयार की गई है. जानकारी के अनुसार वर्तमान में कुख्यात गैंग को लेकर जो सूचना एकत्र की गई है, उसके अनुसार जेल में बंद जमशेदपुर के डॉन अखिलेश सिंह के गिरोह में 47 सदस्य हैं, जिनमें से 23 जमानत पर हैं और 09 फरार चल रहे हैं.

पलामू के गैंगस्टर डब्ल्यू सिंह के गिरोह में 30 सक्रिय सदस्य हैं, जिनमें से 15 फरार हैं, 05 जमानत पर और बाकी जेल में हैं. सुजीत सिन्हा के गिरोह में कई सक्रिय सदस्य हैं. दरअसल यह गिरोह नए-नए अपराधियों को मौका देता है. अमन सिंह गिरोह में 56 सक्रिय सदस्य हैं जिनमें से 11 जमानत पर हैं और 05 फरार चल रहे हैं. भोला पांडे गिरोह में 39 सक्रिय सदस्य हैं, जिनमें 30 जमानत पर हैं और 6 फरार चल रहे हैं. अमन श्रीवास्तव गिरोह में 38 सदस्य हैं जिनमें से 29 जमानत पर हैं और 6 फरार चल रहे हैं. अमन साव गिरोह में 70 सक्रिय सदस्य हैं जिनमें से 46 जमानत पर है, जबकि पांच फरार है. प्रिंस खान गिरोह में 34 से ज्यादा अपराधी हैं, इनमें से 10 जमानत पर हैं बाकी 10 से ज्यादा जेल में, जबकि बाकी फरार हैं.

इन अपराधियों की है तलाश: प्रिंस खान, गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव, गैंग्स्टर डब्ल्यू सिंह उर्फ गौतम सिंह, मोहम्मद उर्फ नेपाली जहीर और फिरोज खान, गैंग्स्टर अमन साहू गिरोह के पंकज करमाली उर्फ खटिया, सुनील पासी, दुर्गा महतो उर्फ रॉकी और कालू बंगाली. अमन सिंह गिरोह के आशीष रंजन सिंह, राहुल नोनिया, सतीश महतो और शेख मोहम्मद. भोला पांडेय गिरोह के विकास साहू, बबलू ठाकुर, सुमन कुमार सिंह, प्रेम प्रकाश पांडे, संजीत नियोगी और अभिमन्यु मिश्रा.

क्या कहते है आईजी अभियान: झारखंड पुलिस के आईजी अभियान अमोल वेणुकान्त होमकर के अनुसार संगठित आपराधिक गिरोहों पर लगाम लगाने के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया है. स्पेशल सेल राज्य के बाहर छिपे कुख्यात अपराधियों पर भी करवाई कर रहा है.अपराधियों के धर पकड़ के लिए एटीएस की भी मदद ली जा रही है, साथ ही सीआईडी से भी इस मामले भरपूर मदद मिल रही है.स्पेशल टीम के इनपुट पर कई अपराधियों को दबोचा भी गया है.

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