रांची: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि झारखंड में बाबा रामदेव की कोरोनिल दवा का इस्तेमाल तभी होगा जब केंद्रीय आयुष मंत्रालय और आईसीएमएआर इसकी अनुमति देगा. बता दें, बाबा रामदेव की संस्था पतंजलि ने कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए कोरोनिल नाम की आयुर्वेदिक दवा को सटीक बताते हुए बाजार में लाने की बात की थी, लेकिन इसपर केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने दवा के दावों और विज्ञापन पर रोक लगा दी थी.
इसी आलोक में जब झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से उनकी प्रतिक्रिया ली तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि कोविड-19 मामले में केंद्र सरकार के तमाम गाइडलाइन को फॉलो किया जा रहा है. जहां तक बाबा रामदेव की कोरोनिल दवा की बात है तो उसे सर्टिफिकेट देना केंद्र सरकार का काम है. उन्होंने स्पष्ट किया है कि भविष्य में कोरोनिल दवा के ट्रायल की भी बात होगी तो उसे झारखंड के मरीजों पर प्रयोग करने नहीं दिया जाएगा.
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स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि झारखंड सरकार कोविड-19 से कारगार तरीके से लड़ाई लड़ रही है. इसी का नतीजा है कि झारखंड में कोरोना मरीजों की रिकवरी का रेट 71 प्रतिशत है. वहीं जब झारखंड के स्वास्थ्य सचिव नीतिन मदन कुलकर्णी से इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि झारखंड में इस दवा के रोक से जुड़ी कोई जानकारी उनके संज्ञान में नहीं है.